कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना में कुल 210 किमी के कार्य पूर्ण

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रेलवे पर विभिन्न परियोजनाओं में अधोसंरचना निर्माण कार्य एक योजनाबद्ध तरीके से विस्तारित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रेलवे में अपनी कार्यप्रणाली को विकसित एवं अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेल पिछले कुछ वर्षों में रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को गति प्रदान करते हुए नई ऊंचाइयों को छुआ है। जिसमें अब तक विभिन्न परियोजनाओं के अंतर्गत न्यू लाईन, दोहरीकरण एवं तिहरीकरण जैसे विभिन्न अधोसंरचना के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण किया गया है। जिससे क्षेत्रों का आर्थिक और औद्योगिक विकास के साथ-साथ रोजगार को बढ़ावा मिला है।

महाप्रबंधक श्रीमती बंदोपाध्याय के निरंतर मॉनेटरिंग के चलते पश्चिम मध्य रेल ने अधोसरंचना के निर्माण कार्य में गति पकड़ी हैं। जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2023-24 में नई लाइन 60 किलोमीटर, दोहरीकरण 47 किलोमीटर एवं तिहरीकरण 104 किलोमीटर सहित कुल 211 किलोमीटर का कार्य पूर्ण कर कमीशन किया गया। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के पहले माह में चल रहे अधोसरंचना के निर्माण कार्य में गति दिखाते हुए कटनी-सिंगरौली रेलखण्ड पर विजयसोता से ब्यौहारी स्टेशनों के बीच कुल 30 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य पूर्ण किया गया।

गौरतलब है कि कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना कुल 250 किलोमीटर की है। अब तक कुल 210 किलोमीटर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस परियोजना कि लागत रूपये 2445 करोड़ की है। इस परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य वर्ष 2026 तक निर्धारित हैं। यह परियोजना पश्चिम मध्य रेल के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। कटनी-सिंगरौली रेल खंड एक कोल रूट होने के कारण एक अत्यंत व्यस्त रूट है एवं उक्त सेक्शन डबल लाइन हो जाने से इस रूट की व्यस्तता में राहत मिलेगी साथ ही माल एवं यात्री यातायात का संचालन और भी तेज और सुगम हो सकेगा।

पश्चिम मध्य रेल पर रेलखण्डों का दोहरीकरण एवं तिहरीकरण कार्य पूर्ण हो जाने से गाड़ियों की गति, रेलवे ट्रैक की क्षमता एवं दक्षता में सुधार, संरक्षा में वृद्धि एवं मालगाड़ियों के परिचालन में सुगमता बढ़ेगी साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों के आर्थिक विकास में रेलवे के नये आयामों को बढ़ावा मिलेगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post