दैनिक सांध्य बन्धु। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने MP चुनाव प्रत्याशियों की बड़ी बैठक बुलाई और बैठक में उम्मीदवारों की नाराजगी खुलकर सामने आई है। उम्मीदवारों ने साफ कहा कि जो नेता बूथ पर जीरो और भाषण में हीरो होते हैं, उन्हें बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए।
बैठक की घटना:
प्रत्याशियों की नाराजगी का मुख्य कारण कमलनाथ के बैठक में ज्यादा न रुकने को लेकर उठे सवाल हैं। कमलनाथ बैठक में केवल 20 से 25 मिनट तक ही रुके और अपनी बात कहकर चले गए।
नेताओं के निर्देश:
कांग्रेस के बैठक में वर्चुअली जुड़े दिग्विजय सिंह ने कहा कि सभी नेता काउंटिंग पर ध्यान दें और काउंटिंग एजेटों की ट्रेनिंग कराएं। बैठक में मंथन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसके तहत पार्टी के बड़े नेता 15 जून से प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर पहुंचकर मंथन कार्यक्रम चलाएंगें और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे।
नेतृत्व का प्रतिक्रिया:
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रत्याशियों के गुस्से को सुना और कार्रवाई के लिए संवेदनशीलता जताई। वह कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस प्रत्याशियों की नाराजगी को समझा गया है और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस नेतृत्व ने प्रत्याशियों की नाराजगी को सुना और उनकी समस्याओं का हल निकालने का प्रयास किया है। उन्होंने संविधान संशोधन पर अध्यादेश के माध्यम से वाहन चालकों की समस्या को हल करने का प्रस्ताव किया है।