दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। सिहोरा के वार्ड नंबर 2 ज्वालामुखी निवासी सुदामा जयसवाल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद, सुदामा के परिजनों ने सिहोरा थाना के सामने गेट पर शव रखकर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और मृतक के परिजनों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने नागपुर से मर्ग डायरी एवं पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही करने का आश्वासन देकर किसी तरह परिजनों को शांत करवाया, तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
मामला क्या है?
23 मई 2024 को सिहोरा के होटल व्यवसायी सुदामा जयसवाल सुबह अपने घर से कहीं चले गए और रात तक वापस नहीं लौटे। परिजनों ने 23 मई की रात 10 बजे के बाद सिहोरा थाना में सुदामा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। शिकायत के तुरंत बाद हरकत में आई पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर रात 11 बजे के बाद सुदामा की बेगन आर गाड़ी (क्रमांक एम पी 20 सी जे 9864) बरगी में नहर के पास पाई। गाड़ी में सुदामा घायल अवस्था में थे और अंदर खून बिखरा था, साथ ही उनके बाएं हाथ पर कई कट के निशान थे। पुलिस ने सुदामा को सिहोरा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टर राधवेंद्र त्रिपाठी ने तुरंत प्राथमिक उपचार शुरू किया। हालत नाजुक देखते हुए परिजन उन्हें जबलपुर और फिर नागपुर ले गए, जहां इलाज के दौरान 26 मई को सुदामा ने दम तोड़ दिया।
हत्या या आत्महत्या: जांच का विषय
सुदामा जयसवाल की इस तरह से मौत पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। परिजनों का कथित तौर पर आरोप है कि सुदामा के हाथ की नस ब्लेड से काटे जाने के कई निशान थे। इसके अलावा, मृतक के मित्र के मोबाइल पर धमकी भरी कॉल ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। परिजनों ने सुदामा की हत्या की आशंका जाहिर करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट और मर्ग डायरी आने के बाद ही आगे की कार्यवाही करने की बात कहकर किसी तरह परिजनों को शांत करवाया।
सिहोरा थाना प्रभारी विपिन सिंह ने कहा, "परिजनों से लिखित शिकायत देने को कहा गया है। मर्ग डायरी और पीएम रिपोर्ट आने के बाद उनकी शिकायत की बिंदु सहित जांच और आगे की कार्यवाही की जाएगी।"