दैनिक संध्या बन्धु। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से चुनाव लड़ा है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान शिवराज ने विदिशा की हर विधानसभा सीट को कवर किया। इस दौरान उनके बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान कई सभाओं में साथ दिखाई दिए, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शिवराज अब अपने बेटे को राजनीति में उतार सकते हैं।
विदिशा से जीत की संभावनाएं
विदिशा सीट से शिवराज पहले भी सांसद चुने गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भी शिवराज इस सीट से जीत हासिल कर सकते हैं। साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवराज बुधनी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे और उन्होंने करीब एक लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। अब वे लोकसभा चुनाव में हैं, इसी वजह से बुधनी विधानसभा सीट एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है।
बुधनी में उपचुनाव की संभावना
अगर शिवराज सिंह चौहान विदिशा से लोकसभा चुनाव जीतते हैं, तो उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना होगा। इसके बाद बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस सीट पर शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान को चुनाव लड़ाया जा सकता है। बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान बुधनी विधानसभा सीट से कार्तिकेय सिंह चौहान को चुनावी मैदान में उतार सकती है।
चुनाव प्रचार में बेटे की मौजूदगी
ऐसा अनुमान इसलिए भी लगाया जा रहा है क्योंकि शिवराज अपने चुनावी सभाओं में बेटे कार्तिकेय को साथ ले जा रहे थे। कार्तिकेय बुधनी में भी लगातार सक्रिय हैं और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। हालांकि, बीजेपी हमेशा से परिवारवाद का विरोध करती आई है। अगर शिवराज अपने बेटे को चुनाव लड़ाते हैं, तो उन पर भी परिवारवाद के आरोप लग सकते हैं।
शिवराज सिंह चौहान के इस कदम से बीजेपी की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी और जनता इस पर कैसी प्रतिक्रिया देती है।