दैनिक सांध्य बन्धु। देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के पांच चरणों का मतदान हो चुका है और अब तक के मतदान आंकड़ों में बदलाव को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मांग की है कि आयोग तुरंत स्थिति स्पष्ट करे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एक्स पर लिखा, “देश में चल रहे लोकसभा चुनाव में रियल टाइम मतदान और बाद में निर्वाचन आयोग द्वारा जारी संशोधित मतदान के आंकड़ों में अब तक 1.07 करोड़ वोटों की वृद्धि हुई है। रियल टाइम और संशोधित आंकड़ों में वोटों की इतनी बड़ी वृद्धि अभूतपूर्व एवं चौंकाने वाली है।”
कमल नाथ ने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। पारदर्शिता के अभाव में कई बार सही प्रक्रिया भी गलत दिखाई देने लगती है। उन्होंने आयोग से आग्रह किया कि वह सभी भ्रम और शंका दूर करने के लिए सामने आए और स्पष्ट बताए कि आखिर वोटों के आंकड़ों में इतना बड़ा अंतर कैसे आया और इसकी क्या वजह है।
मध्य प्रदेश में मतदान की स्थिति
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर पहले दो चरणों में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। राज्य के कई बड़े नेता इन दिनों दूसरे राज्यों में प्रचार में जुटे हुए हैं। आगामी मतदान के दो चरण 25 मई और 1 जून को होंगे, जबकि चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
देशव्यापी मतदान की प्रक्रिया
अब तक पांच चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान हो चुके हैं। देश भर में मतदान के अंतिम दो चरण 25 मई और 1 जून को होंगे।
चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ने आयोग से अनुरोध किया है कि वह इस मामले में स्पष्टता प्रदान करे और वोटों के आंकड़ों में हुए बदलाव की वजह बताए। उनका कहना है कि पारदर्शिता के बिना चुनाव प्रक्रिया में शंकाएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।