दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। कुख्यात बदमाश किशोर उर्फ किस्सू तिवारी को पुलिस ने अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वह भगवान राम के दर्शन करने के लिए पहुंचा था। बताते हैं कि दर्शन करने से पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी किस्सू तिवारी पर 55 हजार रुपए का इनाम घोषित था, और उसकी तलाश में जबलपुर व कटनी पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं। इस गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस अधिकारियों ने एक पत्रवार्ता में दी।
हत्या और अन्य अपराधों का इतिहास
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किशोर उर्फ किस्सू तिवारी, निवासी हीरागंज, जिला कटनी के खिलाफ 1 जनवरी 1987 को हत्या का मामला दर्ज किया गया था। उस पर राजेन्द्र उर्फ डेयू सिंधी की हत्या करने का आरोप था। इसके अलावा, किस्सू तिवारी पर जबलपुर, कटनी और इंदौर में हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, आम्र्स एक्ट सहित कुल 22 आपराधिक मामले दर्ज थे। 8 दिसम्बर 1921 को जमानत मिलने के बाद से किस्सू तिवारी लगातार फरार चल रहा था। पुलिस की टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं।
अयोध्या में गिरफ्तारी का अभियान
हाल ही में जबलपुर व कटनी पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया और किस्सू तिवारी की तलाश शुरू की। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि किस्सू तिवारी अयोध्या में फरारी काट रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस की टीम अयोध्या पहुंच गई और यूपी पुलिस की मदद से घेराबंदी करते हुए किस्सू तिवारी को गिरफ्तार कर कटनी ले आई। किस्सू तिवारी की गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़ा सफलता हासिल की है, जिससे जिले में शांति और सुरक्षा बहाल करने में मदद मिलेगी।