दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी से मोंटी कार्लो लिमिटेड कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका लिया है, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि यह कार्य केवल मोंटी कार्लो कंपनी द्वारा ही किया जाएगा। लेकिन, अधिक मुनाफा कमाने और भ्रष्टाचार की नीयत से मोंटी कार्लो ने लगभग 20 प्राइवेट फर्मों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर यह काम सौंप दिया है, जो कि नियमों के विरुद्ध है।
पारिजात बिल्डिंग के पीछे स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे बिजली उपभोक्ताओं की कांग्रेस हेल्पलाइन पर आई शिकायत के आधार पर कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि प्राइवेट कंपनी आर्यन कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगा रहे थे। प्रकोष्ठ ने कई बार यह मुद्दा उठाया है कि मोंटी कार्लो कंपनी पेटी ठेकेदारों के माध्यम से बाहरी जिलों से अप्रशिक्षित और अकुशल कर्मचारियों से काम करवा रही है। इन कर्मचारियों के पास न तो आई कार्ड हैं और न ही उनका पुलिस वेरिफिकेशन हुआ है, जिससे जबलपुर की जनता की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा है। इन कर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओं को डरा-धमकाकर अवैध रूप से पैसे की मांग भी की जा रही है।
कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष अनुज श्रीवास्तव ने कहा नियम विरुद्ध तरीके से मोंटी कार्लो कंपनी द्वारा पेटी कॉन्ट्रैक्ट देकर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इसके खिलाफ जबलपुर के समक्ष शिकायत दर्ज कराई जाएगी। इस मौके पर प्रकोष्ठ के जिला महासचिव मयंक पौराणिक, सुमित चौहान, राजीव शर्मा, गोपी चौधरी, शिवम अग्रवाल और पूजा सिंह सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। प्रकोष्ठ ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।