दैनिक सांध्य बन्धु। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर वोटिंग के बाद आज भोपाल में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक में विशेष रूप से काउंटिंग में सावधानी बरतने के टिप्स दिए जाएंगे। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ एक महीने बाद नजर आएंगे, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह इस बैठक से अनुपस्थित रहेंगे।
एक महीने बाद नजर आएंगे कमलनाथ
कमलनाथ, जो छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हैं, पिछले एक महीने से चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं थे। आखिरी बार वे 20 अप्रैल को बैतूल लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम के समर्थन में आमला के रतेंड़ा कला के ग्राम चुटकी में एक जनसभा को संबोधित करते नजर आए थे। इसके बाद, वे चुनाव प्रचार से दूर रहे और आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होने वाली इस बैठक में शामिल होंगे।
दिग्विजय सिंह इसलिए बैठक से रहेंगे दूर
दिग्विजय सिंह, जो राजगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी हैं, इस बैठक से दूर रहेंगे क्योंकि वे लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के तौर पर दूसरे राज्यों में प्रचार कर रहे हैं। वर्तमान में वे बिहार के दौरे पर हैं और पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उनके इस व्यस्त कार्यक्रम के चलते वे भोपाल की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे।
बैठक की महत्वपूर्ण जानकारियां
कांग्रेस की यह बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (पीसीसी) में सुबह 11 बजे शुरू होगी। बैठक में सभी प्रत्याशियों के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह और पूर्व सीएम कमलनाथ शामिल होंगे। बैठक के बाद, जीतू पटवारी दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मतगणना को लेकर कांग्रेस की तैयारियों और मतदान के दिन आई समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे।
काउंटिंग को लेकर बनेगी रणनीति
इस बैठक में काउंटिंग के दिन विशेष सावधानी बरतने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। सभी लोकसभा प्रत्याशियों को काउंटिंग एजेंट्स को प्रशिक्षित करने और काउंटिंग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर विशेष टिप्स दिए जाएंगे। कांग्रेस इस बार काउंटिंग में कोई चूक नहीं होने देना चाहती और इसके लिए पूरी तैयारी कर रही है। कांग्रेस की यह बैठक आगामी चुनावी परिणामों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी एक साथ आकर रणनीति तैयार करेंगे।