दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रियासी जिले के कंदा इलाके में रविवार शाम को आतंकियों ने श्रद्धालुओं से भरी एक बस पर हमला कर दिया। यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से एक घंटा पहले सवा 6 बजे हुआ। इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए।
रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा के अनुसार, आतंकियों ने शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर ओपन फायर किया। इस हमले में बस का ड्राइवर घायल हो गया और नियंत्रण खो बैठा, जिसके चलते बस खाई में गिर गई। चश्मदीदों के मुताबिक, घटनास्थल पर दो आतंकी थे।
सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। घटनास्थल के पास ही घायलों की मदद के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
हमले की जानकारी और सुरक्षा व्यवस्था:
एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि आतंकवादी हाईवे पर बस का इंतजार कर रहे थे। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने इस बस को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि इसमें यात्री जम्मू-कश्मीर के बाहर के थे। माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन हैं।
घायल यात्री संतोष कुमार ने बताया कि आतंकियों ने सेना जैसी वर्दी पहनी थी और लाल कपड़े से मुंह बांधा हुआ था। बस जैसे ही मोड़ पर आई, अचानक गोलियां चलने लगीं। बस के खाई में गिरने से पहले आतंकियों ने 25 से 30 गोलियां चलाई थीं।
घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की तैनाती:
मौके पर पुलिस, आर्मी और सीआरपीएफ की एक संयुक्त अस्थाई सुरक्षाबल टीम तैयार कर हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। सर्च ऑपरेशन के लिए अलग से पांच टीमें भी बनाई गई हैं। एनआईए की टीम भी जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है।
तीन दशक में दूसरा बड़ा हमला:
जम्मू-कश्मीर में ऐसा हमला तीन दशक में दूसरी बार हुआ है। इससे पहले, 10 जुलाई 2017 को अनंतनाग में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा के दौरान बस पर गोलियां बरसाईं थीं, जिसमें 7 श्रद्धालु मारे गए थे और 19 घायल हुए थे।
काग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि घाटी में शांति के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे खोखले हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हमले के दोषियों को सख्त सजा देने की बात कही। रक्षा विशेषज्ञ हेमंत महाजन ने इस हमले को कश्मीर की शांति को खत्म करने की पाकिस्तानी साजिश बताया।जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया है और घायलों को उचित स्वास्थ्य सेवा और मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
पूर्व में हुए हमले:
इससे पहले, 4 मई को पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया था। इसी साल जनवरी में पुंछ में सेना के वाहन पर भी हमला हुआ था। इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार हैं।
हालिया हादसे:
30 मई को यूपी से जम्मू जा रही एक बस अखनूर में 150 फीट गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और 69 लोग घायल हो गए थे।