दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के विधि विभाग में बने "मनु स्मृति कक्ष" को लेकर आदिवासी बहुजन अधिकार कल्याण संघ ने विरोध जताया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर चौक से रैली निकालकर कुलपति डॉ. राजेश वर्मा को ज्ञापन सौंपा और साथ ही संविधान की एक प्रति भी भेंट की।
प्रदेशाध्यक्ष देवेश कुमार चौधरी ने बताया कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को आरएसएस की प्रयोगशाला बना दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण के लिए जगह उपलब्ध नहीं बताई जाती, जबकि मनु स्मृति कक्ष बनाने के लिए अकादमिक क्षेत्र में स्थान दे दिया गया। यह संविधान का अपमान है और इसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
आंदोलनकारियों ने विधि विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ममता राव और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने इसे संविधान विरोधी और आदिवासी समुदायों का अपमान बताते हुए तुरंत कार्रवाई करने की अपील की।
इस अवसर पर देवेश कुमार चौधरी, तेजकुमार भगत, तरुण रोहितास शिवनाथ चौधरी आलम,बी एल झरिया,शुभम चौधरी,संजय अहिरवार,महेश कोरी,गोविंद अहिरवार,मदन लारिया,शिवकुमार गोटियां,सुरेन्द्र मरावी,पंकज भोज,कमलेश धापोड़कर वंदना बैन,सोनेलाल उरेती,धर्मेंद्र कुशवाहा,जीवन लाल जाटव,संजय सेन,दीपक चौधरी, एस पी मरावी नत्थूलाल सतनामी, एस के प्रधान, मुनीराम मरावी,अचलनाथ,डेनियल इब्राहिम,संतोष रजक,रवि मरकाम,अविनाश गाडवे ,सम्यक बौद्ध,डा राजेंद्र पिल्ले,मुकेश बरकडे,राजेश कुशराम,बृजलाल चोखे,विनोद लड़ियां,अश्विनी सोनकर आदि उपस्थित रहे।