दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में निजी स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। जिला प्रशासन द्वारा बार-बार निर्देश जारी करने और कार्रवाई के बावजूद, स्कूल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। फीस को लेकर बच्चों और अभिभावकों को प्रताड़ित करने का सिलसिला जारी है।
स्टेम फील्ड इंटरनेशनल स्कूल का मामला
स्टेम फील्ड इंटरनेशनल स्कूल में फीस न जमा होने पर सातवीं कक्षा की छात्रा को कक्षा से निकालकर लाइब्रेरी में घंटों बैठाया गया। इतना ही नहीं, स्कूल प्रशासन ने परिजनों को फोन कर बच्ची को स्कूल से ले जाने की धमकी दी। इससे पहले भी छात्रा को क्लास से निकालकर कंपाउंड में घंटों बैठाया गया था।
स्कूल प्रबंधन और प्रशासन की चुप्पी
इस मामले में जब स्कूल प्रबंधन से सवाल किए गए, तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी ने भी कोर्ट में मामला लंबित होने का हवाला देकर टिप्पणी करने से मना कर दिया।
बच्चों को बना रहे हैं प्रताड़ना का शिकार
जबलपुर के विभिन्न स्कूलों में फीस विवाद के चलते बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह स्थिति प्रशासन की कमजोरी और निजी स्कूलों की मनमानी को उजागर करती है।
हाईकोर्ट का आदेश और स्कूलों की मनमानी
हाईकोर्ट ने निजी स्कूलों पर दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई है, लेकिन फीस निर्धारण संबंधी आदेशों पर कोई स्थगन नहीं है। बावजूद इसके, स्कूल प्रशासन आदेशों को मानने से इनकार करते हुए अवैध फीस वसूली पर अड़ा हुआ है।
166 करोड़ की अवैध फीस वसूली का खुलासा
जबलपुर में 24 निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से 166 करोड़ रुपये की अवैध फीस वसूली का मामला सामने आया था। जिला प्रशासन ने इस रकम को लौटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन स्कूल प्रशासन इसे लागू करने के बजाय नए-नए हथकंडे अपना रहा है।