दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। इंदौर के राजेंद्र नगर इलाके में सोमवार को एक 6 वर्षीय बच्ची का शव नाले में मिला। बच्ची अपने माता-पिता के साथ गुजरात से इंदौर में अपने नाना-नानी के घर आई थी। शनिवार को बच्ची के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शव मिलने के बाद गुस्साए परिजन और स्थानीय निवासियों ने पुलिया पर चक्काजाम कर दिया और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि पिछले कई सालों से तालाब और नालों पर बाउंड्री वॉल बनाने के लिए नगर निगम से अपील की जा रही है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसी लापरवाही के कारण बच्ची की जान गई।
लक्षिका अपने माता-पिता के साथ सुरेंद्र नगर, गुजरात से इंदौर अपने नाना-नानी के घर शादी में शामिल होने आई थी। शनिवार दोपहर से वह लापता थी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बच्ची अपनी मां के पास जाने के लिए निकली थी लेकिन लौटकर नहीं आई।
पुलिस ने बताया कि शनिवार को बच्ची का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें वह भागती हुई नजर आई। डॉग स्क्वायड और एसडीआरएफ की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सोमवार को कचरे के ढेर में बच्ची का शव मिला।
स्थानीय महिला सरोज पाठक ने कहा, "बच्ची को किसी ने घर में छिपाया और फिर नाले में फेंक दिया। उसके कपड़े फटे हुए थे। हमें बच्ची का हत्यारा चाहिए।"
एसीपी रुबीना मिजवानी ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।