दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने बुधवार को सिविक सेंटर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जे हटाने का अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान 30 अवैध कब्जों को हटाया गया और 11 ठेले जब्त किए गए। यह कार्रवाई उस समय की गई जब सिविक सेंटर क्षेत्र में अवैध दुकानों और ठेलों की संख्या काफी बढ़ गई थी, जो शहर के यातायात को बाधित कर रहे थे।
कार्रवाई के दौरान भगदड़ का माहौल
अतिक्रमण दस्ते के सिविक सेंटर पहुंचते ही वहां भगदड़ मच गई। दुकानदार और ठेले वाले अपनी दुकानें और सामान समेटकर भागने लगे, जिससे सिविक सेंटर में अफरातफरी का माहौल बन गया। इस दौरान कई ठेले वाले मौके से फरार हो गए। नगर निगम की टीम ने जूते-चप्पल और खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
अवैध कब्जे हटाने और ठेले जब्त करने की कार्रवाई
करीब दो घंटे तक चली इस कार्रवाई में नगर निगम की टीम ने 30 अवैध कब्जे हटाए। इसके साथ ही 11 ठेले जब्त किए गए, जो अवैध रूप से सड़कों पर अपनी दुकानें लगाए हुए थे। कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन नगर निगम की टीम ने किसी की भी नहीं सुनी और अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस कार्रवाई में नगर निगम के दल प्रभारी पी. रामाराव, जे. प्रवीण, राममूर्ति, दुर्गा राव और विनय चौबे शामिल थे। इनके नेतृत्व में नगर निगम ने अवैध कब्जे हटाने और सड़क पर खड़े ठेले जब्त करने में सफलता प्राप्त की।
इन्होने कहा
इस प्रकार की कार्रवाई शहर के अन्य हिस्सों में भी की जाएगी, ताकि शहर में व्यवस्थित और सुरक्षित यातायात की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध कब्जे और अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। — सागर बोरकर , सहायक अतिक्रमण अधिकारी
"अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ यहां पर पुलिस की नियमित गश्त होनी चाहिए। पिछले साल इसी ठंड में मेरे साथ एक घटना घटी थी, जब मैं अपने परिवार के साथ यहां आई थी। एक असामाजिक तत्व लगातार हमें परेशान कर रहा था, और जब हमने मना किया, तो उसने मुझसे मारपीट की। इसकी रिपोर्ट मैंने ओमती थाने में की थी, और पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेजा था।" — विजयालक्ष्मी श्रीवास्तव
शहर को साफ और व्यवस्थित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। नगर निगम ने सिविक सेंटर में अवैध कब्जे हटाने का अच्छा कदम उठाया है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि यह कार्रवाई सिर्फ एक दिन की न होकर लगातार जारी रहे। रोजी-रोटी छीनने का कोई इरादा नहीं है, बल्कि हर काम को सुव्यवस्थित और नियमों के तहत करना चाहिए। यदि यह अभियान निरंतर चलता रहे, तो शहर और यहां आने वाले लोग दोनों ही खुश रहेंगे। — शशिकांता सिंह