दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। विजयपुर उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए 5 करोड़ रुपये का लालच दिया गया और धमकी दी गई।
विधायक मुकेश मल्होत्रा ने कहा कि बीजेपी नेता के रिश्तेदार, जो टीआई और एसडीओपी हैं, ने उन्हें धमकाया था। उनसे कहा गया कि चुनाव न लड़ें, वरना परिणाम गंभीर होंगे। उन्हें 5 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया, जिसमें 2 करोड़ रुपये तत्काल देने और 3 करोड़ बाद में देने की बात कही गई।
मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने डकैतों का सहारा लेकर उन्हें जान से मारने की साजिश रची। चुनाव के दौरान उनके कार्यकर्ताओं को धमकाया गया और बूथ एजेंटों को अगवा किया गया। उन्होंने दावा किया कि अगर ऐसा न होता तो वे 50,000 वोटों से जीत सकते थे।
मल्होत्रा ने कहा, "मैं बिकने वाला नहीं हूं। विजयपुर में गरीबों और आदिवासियों के साथ मिलकर हमने यह चुनाव लड़ा और जीता। इससे साबित होता है कि ईमानदारी और मेहनत से कोई भी गरीब का बेटा विधायक बन सकता है।"
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विजयपुर की जीत को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता की मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, "बीजेपी को जनता ने चप्पलें मारी हैं।"
विधायक मल्होत्रा ने कहा कि विजयपुर विशेष पिछड़ा इलाका है। वे मुख्यमंत्री और प्रशासन से मिलकर विकास कार्यों को प्राथमिकता देंगे।
मल्होत्रा ने कहा कि विजयपुर में चुनाव के दौरान हिंसा और गोलियां चलाने की घटनाएं हुईं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इलाके में भय का वातावरण खत्म करने की मांग की।
मल्होत्रा ने कहा कि बीजेपी में स्वतंत्रता नहीं है। उन्हें 2013 में मंत्री पद दिया गया था, लेकिन गरीबों के लिए काम करने पर उनका बोर्ड भंग कर दिया गया। इसलिए उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा।
गुरुवार को मल्होत्रा भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जहां पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और अन्य नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।