दैनिक सांध्य बन्धु छिंदवाड़ा। 13 जनवरी 2025 को छिंदवाड़ा जिले के तामिया में कर्ज के दबाव से परेशान होकर एक दंपती ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। घटनास्थल से तीन पेज का एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने आत्महत्या का कारण, अपने बच्चों के लिए संदेश, और कर्ज से जुड़े अनुभव साझा किए।
पहला पेज
दंपती ने अपने बेटों शिवम और सत्यम से माफी मांगते हुए लिखा कि वे कर्ज के कारण हार मान चुके हैं। उन्होंने बेटों को आत्मनिर्भर बनने और कर्ज से बचने की सलाह दी। चिट्ठी में लिखा था, "पैसा आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण है। पैसे की कमी के कारण हमें यह कदम उठाना पड़ा। हम तुम्हें यह सीख देना चाहते हैं कि अपनी जिम्मेदारियों को समझो और अपने छोटे भाई का सहारा बनो। हमेशा ईमानदारी से जियो और कर्ज के दलदल से बचो।"
दूसरा पेज
दंपती ने लिखा कि उन्होंने 10% से 20% के भारी ब्याज पर कई लोगों से कर्ज लिया। एक कर्ज चुकाने के लिए उन्हें दूसरा कर्ज लेना पड़ता था। उन्होंने कहा कि ब्याज के दबाव और लगातार धमकियों के कारण उनकी जिंदगी नर्क बन गई। उन्होंने लिखा, "हमारा खाना-पीना और सोना हराम हो गया था। हमने मूलधन से चार गुना ज्यादा ब्याज चुकाया, फिर भी उधारदाता हमें धमकाते रहे।"
तीसरा पेज
दंपती ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनके बच्चों का इस कर्ज से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने पुलिस से बच्चों की सुरक्षा की मांग की। दंपती ने खुलासा किया कि बच्चों की पढ़ाई और परिवार चलाने के लिए लिया गया कर्ज ब्याज में चला गया। अंत में लिखा, "हमारे बच्चों पर किसी तरह का कर्ज न समझा जाए।"
आखिरी पंक्तियों में उन्होंने कहा, "हम मरकर भी अपने बच्चों का साया बनकर रहेंगे। उन्हें कभी अकेला मत समझना। जिंदगी में ईमानदारी और संघर्ष से अपने सपने पूरे करना।"
सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने 6 लोगों पर मामला दर्ज किया, जिनमें से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है। दंपती ने जिन से कर्ज लिया था, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है।