दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में धान खरीदी केंद्रों पर गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा किए गए निरीक्षण में पाटन, शहपुरा, सिहोरा और मझौली के 6 उपार्जन केंद्रों में गड़बड़ी की पुष्टि हुई। जांच में यह बात सामने आई कि इन केंद्रों पर मानक के विपरीत नॉन एफएक्यू (नॉन-फूड क्वालिटी) धान की खरीदी की जा रही थी।
जिला आपूर्ति नियंत्रक पुष्पेंद्र अहकी ने बताया कि करीब तीन सप्ताह पहले कलेक्टर ने इन केंद्रों की धान उपार्जन व्यवस्था का जायजा लिया था। सिहोरा के शिव कृपा वेयरहाउस में बलराम पटेल का नॉन एफएक्यू धान बिना टैग के सरकारी वेयरहाउस में रखा मिला। सर्वेयर ने इसे पास नहीं किया था, और साथ ही धान का वजन भी कम पाया गया।
मझौली के तलाड़ स्थित सेवा सहकारी संस्था लमकना के ज्योति वेयरहाउस में शिवदयाल का रिजेक्ट और नॉन एफएक्यू धान पाया गया। कलेक्टर ने सहायक आपूर्ति नियंत्रक को केवल एफएक्यू धान की खरीदी के निर्देश दिए और नियमित निरीक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
पाटन तहसील के सेवा सहकारी संस्था सकरा के बनवार स्थित सेठ गोविंद वेयरहाउस और शहपुरा तहसील के सेवा सहकारी संस्था पिपरियाकला के केंद्र में भी गड़बड़ियां पाई गईं। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट जिला आपूर्ति नियंत्रक को सौंप दी है, जो जल्द ही कलेक्टर को प्रस्तुत की जाएगी। कलेक्टर के निर्देशानुसार दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।