दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी की घोषणा कर दी है। 23 जनवरी 2025 को नरसिंहपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने मंच से यह बड़ा ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नगरों में किसी भी प्रकार की शराब, चाहे वह देशी हो या विदेशी, पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि "शराब से परिवार बर्बाद हो जाते हैं और समाज में नशाखोरी की लत बढ़ती है। यह एक सामाजिक बुराई है, जिसे खत्म करना जरूरी है। हमने प्रदेश में सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों को संरक्षित रखने का संकल्प लिया है।" मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि धार्मिक नगरों को शांतिपूर्ण और पवित्र बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है।
कैबिनेट बैठक में लग सकती है मुहर
मुख्यमंत्री ने यह संकेत दिया कि 24 जनवरी को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस निर्णय पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले का उद्देश्य सामाजिक और सांस्कृतिक सुधार करना है।
इन 17 धार्मिक नगरों में होगी शराबबंदी
मुख्यमंत्री ने उन धार्मिक नगरों की सूची साझा की है, जहां शराबबंदी लागू की जाएगी। ये नगर प्रदेश के 11 जिलों में स्थित हैं।
1. उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर
2. ओरछा: भगवान रामराजा सरकार की नगरी
3. मंडला: नर्मदा के प्रसिद्ध घाट
4. महेश्वर: पर्यटन नगरी और प्राचीन मंदिर
5. दतिया: प्रसिद्ध पीतांबरा माई का मंदिर
6. ओंकारेश्वर: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक
7. मुलताई: ताप्ती नदी का उद्गम स्थल
8. जबलपुर: भेड़ाघाट और नर्मदा घाट
9. नलखेड़ा: मां बगलामुखी मंदिर
10. सलकनपुर: प्रसिद्ध देवी मंदिर
11. चित्रकूट: भगवान राम का वनवास स्थल
12. मंदसौर: भगवान पशुपतिनाथ मंदिर
13. मैहर: मां शारदा मंदिर
14. बरमान घाट और मंडेलश्वर: नर्मदा के प्रसिद्ध घाट
15. पन्ना: जुगल किशोर भगवान का मंदिर
16. सांची: प्राचीन बौद्ध स्थल
17. अमरकंटक: नर्मदा का उद्गम स्थल
नर्मदा संरक्षण और विकास योजनाएं
मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए कई योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा वासियों के लिए आश्रय स्थल और स्नान घाट बनाए जाएंगे। साथ ही, नर्मदा के आंचल को हरा-भरा करने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
135 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने गोटेगांव में 135 करोड़ 18 लाख रुपये की लागत के 39 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 22 करोड़ 85 लाख रुपये की लागत से बने 19 कार्यों का लोकार्पण और 112 करोड़ 33 लाख रुपये की लागत से 20 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "हमारी सरकार का उद्देश्य प्रदेश को सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत बनाना है। शराबबंदी का यह कदम प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।"
हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी होगी : CM@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh #मुख्यमंत्री_जनकल्याण_अभियान #Narsinghpur pic.twitter.com/4iCYv78V7N
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 23, 2025