दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जमीन घोटाले के आरोप में गिरफ्तार पटवारी राजेंद्र कुंजे की न्यायालय से जेल भेजे जाने के बाद पटवारियों ने चरगवां पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। तीन दिन के सामूहिक अवकाश के बाद पटवारियों ने हड़ताल की शुरुआत की, और तहसील कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन से अपनी मांगें पूरी करने की अपील की।
पटवारियों की मुख्य मांगें
पटवारियों का कहना है कि जब तक पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए उनके साथी राजेंद्र कुंजे को रिहा नहीं किया जाता और चरगवां थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। पटवारियों का आरोप है कि पुलिस ने बिना तहसीलदार या एसडीएम को सूचित किए बिना पटवारी को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
तेज हो रहा आंदोलन, तहसीलदारों ने दिया नैतिक समर्थन
पटवारियों का कहना है कि तहसीलदारों ने भी इस आंदोलन में नैतिक समर्थन दिया है, जिससे हड़ताल को और मजबूती मिली है। इस हड़ताल के कारण राजस्व महाअभियान 3.0 पर बुरा असर पड़ा है, और कई महत्वपूर्ण कार्य जैसे सीमांकन, नामांतरण, बंटवारा और फौती नामांतरण प्रभावित हो रहे हैं। जिला प्रशासन इस मुद्दे को हल करने के लिए अलर्ट है और पुलिस भी मामले को शीघ्र सुलझाने के प्रयास में है।
हड़ताल के चलते प्रशासनिक कामकाज ठप
पटवारियों की हड़ताल के कारण प्रशासनिक कामकाज ठप पड़ा है और राजस्व विभाग के महत्वपूर्ण काम प्रभावित हो रहे हैं। फिलहाल, हड़ताल जारी रहने के कारण प्रशासन के लिए यह एक चुनौती बन गया है, और वे मामले के समाधान के लिए जल्द से जल्द कोई कदम उठाने की योजना बना रहे हैं।