दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जमीन घोटाले के मामले में पटवारी राजेंद्र कुंजे की गिरफ्तारी के विरोध में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी रही। तहसील कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप होने से आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल पर अड़े पटवारियों ने पुलिस कार्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए अपनी मांगों पर जिला प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की अपील की है।
पटवारियों का कहना है कि किसी लोक सेवक की गिरफ्तारी से पहले संबंधित विभागीय नियोक्ता अधिकारी को सूचना दी जानी चाहिए, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया। गिरफ्तार पटवारी को सीधे जेल भेजने की पुलिस कार्रवाई के विरोध में पटवारी संघ के नेताओं ने जिला प्रशासन से न्यायिक जांच और रिहाई की मांग की है। प्रदर्शनकारी नेताओं नरेश दुबे, मुक्ता चौकसे, प्रभात परोहा, कपिल तिवारी, मुकेश मिश्रा, राहिल नायक, अमित कुररिया, हेमलता शुक्ला और रोशनी मांझी ने साफ किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
तहसीलों में नागरिक हो रहे परेशान
हड़ताल के चलते तहसील कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। जमीन रजिस्ट्री के लिए चौहदी बनाने, नामांतरण, रकबा संशोधन, आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र, भू अर्जन जांच रिपोर्ट, रेवेन्यू कोर्ट से जुड़े मामलों सहित फौती कार्य और भू अभिलेख दुरुस्त करने जैसे जरूरी कामों के लिए नागरिक दिनभर परेशान होते रहे।
कृषि और राजस्व से संबंधित कार्यों के लिए दूरदराज से आए लोग तहसीलों से निराश लौटने को मजबूर हो रहे हैं। हड़ताल के चलते सरकारी कामकाज ठप पड़ने से स्थिति और गंभीर हो गई है।
प्रशासन के सामने चुनौती
जिला प्रशासन के लिए यह मामला एक बड़ी चुनौती बन गया है। एक तरफ हड़ताल से जरूरी प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है, तो दूसरी तरफ नागरिकों की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। हड़ताल खत्म कराने और कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन को जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है।