दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा द्वारा एक महिला तहसीलदार पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में प्रदेशभर के तहसीलदार और नायब तहसीलदार तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इस निर्णय से राजस्व महाभियान समेत कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य ठप होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के जिलाध्यक्ष प्रभारी तहसीलदार ने बताया कि सिहोर में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से की गई टिप्पणी ने राजस्व अधिकारियों का मनोबल तोड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि वे शासन की योजनाओं और अभियानों को सफल बनाने में पूरी निष्ठा से काम करते हैं, लेकिन इस तरह की टिप्पणियों से उनकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आमजन पर पड़ेगा असर
तीन दिन के इस सामूहिक अवकाश का सीधा प्रभाव राजस्व महाभियान के कार्यों जैसे नामांतरण, बंटवारा, नक्शा बटांकन, तहसील न्यायालय के प्रकरण, और प्रशासनिक प्रमाणीकरण पर पड़ेगा। इसके चलते आमजन को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
क्या है मांग?
अधिकारियों ने मांग की है कि इस तरह के मामलों में सार्वजनिक टिप्पणियां करने के बजाय प्रकरण की उचित जांच की जाए और नियमानुसार कार्रवाई हो। अधिकारियों का कहना है कि उनके सम्मान और मनोबल को बनाए रखने के लिए सरकार को सतर्कता बरतनी चाहिए।
घटना के बाद 13 जनवरी को सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने कलेक्टर को सामूहिक अवकाश का आवेदन सौंप दिया। इस विरोध प्रदर्शन से प्रदेशभर में राजस्व विभाग के कार्य प्रभावित होंगे।