दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से गौरीघाट स्थित शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में आज 16 वर्ष की आयु तक के 406 बच्चों का स्वर्ण प्राशन किया गया।
महाविद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. एल. एल. अहिरवाल ने बताया कि कार्यक्रम में शिशु एवं बालरोग विभाग की चिकित्सक डॉ गीता पांडे द्वारा बच्चों का परीक्षण कर उन्हें आयु के अनुसार अलग-अलग मात्रा में स्वर्ण बिंदु पिलाया गया। स्वर्ण बिंदु का निर्माण गौ घृत एवं शहद के मिश्रण से किया जाता है, जिसकी प्रत्येक बूंद में 1.6 ग्राम स्वर्ण भस्म की मात्रा होती है।
डॉ अहिरवाल ने स्वर्ण बिंदु से मिलने वाले फायदों की जानकारी देते हुए बताया कि यह बच्चों के वर्ण को निखारता है और उनकी हाइट, हेल्थ एवं पाचन क्रिया के लिए भी लाभदायक होता है। यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है तथा कमजोर याददाश्त एवं मानसिक रूप से अस्वस्थ्य बच्चों पर भी इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।
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