दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। हरे कृष्णा आश्रम, भेड़ाघाट से प्रत्येक माह की पूर्णिमा को आयोजित होने वाली नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा का 463वां आयोजन संपन्न हुआ। इस धार्मिक यात्रा में नशा मुक्ति का संकल्प लिया गया।
परिक्रमा भगवान श्री हनुमान जी महाराज की सूक्ष्म उपस्थिति और संतजनों के सानिध्य में निकाली गई। परिक्रमा संचालक स्वामी रामचंद्र दास जी महाराज, स्वामी शीला मुनि उदासीन, स्वामी प्रकाशानंद महाराज, महेश बाबा, फक्कड़ बाबा, सुषमा गोस्वामी और शरद अग्रवाल के मार्गदर्शन में भक्तों ने संकीर्तन करते हुए यात्रा पूरी की।
यह पवित्र यात्रा हरे कृष्णा आश्रम से पंचवटी, 64 योगिनी, धुआंधार होते हुए लमहेटा घाट पहुंची। वहां से नाव द्वारा शनि मंदिर डुडवारा, इमलिया, न्यू भेड़ाघाट होते हुए सरस्वती घाट पर नाव पार कर वापस हरे कृष्णा आश्रम पहुंची। परिक्रमा का समापन विशाल भंडारे के साथ हुआ
इस अवसर पर हरे कृष्णा आश्रम के संस्थापक स्वामी रामचंद्र दास जी महाराज ने सभी भक्तों को बद्रीनाथ धाम से पूजित गोमती चक्र का वितरण किया और कल्पवासियों का प्रमाण पत्र देकर अभिनंदन किया।
इस धार्मिक अनुष्ठान में नर्मदा महाआरती के संस्थापक डॉ. सुधीर अग्रवाल, डॉ. शिवशंकर पटेल, पं. मनमोहन दुबे, श्याम मनोहर पटेल, विनोद दीवान, सुरेश विश्वकर्मा, विशाल पंड्या, गुड्डू नेता, सेवक रामदहिया सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
परिक्रमा के दौरान संतजनों ने नर्मदा भक्तों से नशा छोड़ने और समाज में नशा मुक्ति का प्रचार-प्रसार करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान भक्तों ने सत्संग, भजन-कीर्तन और धार्मिक प्रवचनों के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त की।