बुधवार को अखिलेश यादव ने दावा किया कि पुलिस मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच कर रही है, जिससे वोटरों में भय का माहौल बन रहा है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर पोस्ट कर चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
"लोकतंत्र की हत्या कर रही सरकार" – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा, "चुनाव आयोग को इस खबर से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान लेना चाहिए कि अयोध्या पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के पहचान पत्र जांच रही है, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। यह लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तत्काल हटाया जाना चाहिए और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"
चंद्रशेखर आज़ाद ने भी भाजपा पर साधा निशाना
नगीना सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद ने भी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "मिल्कीपुर में भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। सरकारी मशीनरी सत्ता के आगे झुक गई है, जिससे वोटों को प्रभावित किया जा रहा है। यह अपराध है।"
उन्होंने आगे कहा, "सत्ता में रहकर भाजपा को लगता है कि वे कभी नहीं जाएंगे, लेकिन जिस तरह से वे लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, जनता उन्हें जवाब देगी। हो सकता है कि मिल्कीपुर के नतीजे भाजपा को सबक सिखा दें।"
चुनावी धांधली के आरोपों पर क्या होगा चुनाव आयोग का कदम?
मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर विपक्ष के लगातार उठाए जा रहे सवालों के बाद अब निगाहें चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या आयोग इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा या विपक्ष के आरोप यूं ही गूंजते रहेंगे? यह देखना होगा।