दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। आजकल डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर (BP) आम स्वास्थ्य समस्याएं बन गई हैं। खराब जीवनशैली और अनहेल्दी खान-पान के कारण ये बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। अगर आप भी डायबिटीज और हाई BP से परेशान हैं, तो आयुर्वेदिक तरीकों से इसे कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं वे आसान और असरदार उपाय जो आपकी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
डायबिटीज के मुख्य लक्षण
डायबिटीज के दो प्रकार होते हैं – टाइप-1 और टाइप-2। टाइप-1 के लक्षण तेजी से दिखते हैं, जबकि टाइप-2 में ये धीरे-धीरे उभरते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
✅ ज्यादा प्यास लगना
✅ बार-बार पेशाब आना
✅ अधिक भूख लगना
✅ वजन बढ़ना या कम होना
✅ थकान और चिड़चिड़ापन
✅ आंखों की रोशनी कम होना
✅ घाव का देरी से भरना
✅ स्किन और ओरल इंफेक्शन
डायबिटीज और हाई BP को कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय
1️⃣ अंजीर के पत्ते: अंजीर के पत्तों में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं। इसे खाली पेट चबाने या उबालकर पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
2️⃣ मेथी: मेथी के बीज डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हैं। एक चम्मच मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
3️⃣ दालचीनी: दालचीनी में मौजूद एंटी-डायबिटिक गुण ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। रोजाना आधा चम्मच दालचीनी पाउडर लेने से लाभ मिलता है।
4️⃣ अंगूर के बीज: इनमें विटामिन ई, फ्लेवोनोइड्स और लिनोलिक एसिड होते हैं, जो शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
5️⃣ एलोवेरा: एलोवेरा जूस ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में कारगर है। इसमें मौजूद हाइड्रोफिलिक फाइबर और ग्लूकोमानन ब्लड शुगर को कम करने में सहायक हैं।
6️⃣ नीम: नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। नीम के पत्ते और रस से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
7️⃣ आंवला: विटामिन C से भरपूर आंवला डायबिटीज के लिए बेहद लाभकारी है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर तेजी से नियंत्रित होता है।
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
➡️ नियमित रूप से योग और व्यायाम करें।
➡️ हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें।
➡️ तनाव से बचने के लिए ध्यान (मेडिटेशन) करें।
➡️ नींद पूरी लें और समय पर सोने की आदत डालें।
संपूर्ण सेहत का मंत्र – "स्वास्थ्य ही असली धन है!"
डायबिटीज और हाई BP को कंट्रोल में रखना मुश्किल नहीं है, बस सही दिनचर्या और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं। स्वस्थ जीवन के लिए जागरूक रहें और प्राकृतिक उपायों का लाभ उठाएं!