दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर जिले में धान खरीदी को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। जिले में कुल 3.81 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी, लेकिन उसमें से 6 हजार मीट्रिक टन धान गायब है। यह धान न तो खरीदी केंद्रों में मौजूद है और न ही वेयरहाउस में। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
कलेक्टर बोले- होगी सख्त कार्रवाई
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि मझौली की सेवा सहकारी समिति खांड द्वारा संचालित मां रेवा वेयरहाउस समेत 6 से 8 वेयरहाउस में धान की भारी कमी पाई गई है। जिले में कुल 876 करोड़ रुपए की धान खरीदी गई थी, जिसमें से 852 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया जा चुका है, लेकिन 24 करोड़ रुपए का भुगतान अब तक अटका हुआ है।
फर्जीवाड़े की जांच जारी
प्रशासन के अनुसार, 23 जनवरी को धान खरीदी पूरी हो चुकी थी, लेकिन अब यह घोटाला सामने आया है। जहां फर्जी धान खरीदी हुई है, वहां के खरीदी प्रभारी, समिति प्रबंधक और वेयरहाउस संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी। दोषियों से वसूली कर किसानों को उनका भुगतान कराया जाएगा।
किसानों में आक्रोश
किसान संगठनों ने आरोप लगाया है कि हर साल किसानों के साथ धोखा किया जाता है। इस बार भी हजारों किसानों का भुगतान लटका हुआ है, जिससे वे आर्थिक संकट में फंस गए हैं। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द पूरा भुगतान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगे।