दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर के मदर टेरेसा मिशनरी आश्रम में रहने वाले 13 साल के दिव्यांग बच्चे विनय साहू की इलाज के दौरान मौत हो गई। जन्म के छह महीने बाद ही उसके माता-पिता ने उसे भोपाल से लाकर आश्रम में छोड़ दिया था। बीते तीन दिनों से उसकी तबीयत खराब थी, जिसके चलते आश्रम प्रबंधन ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 21 फरवरी की रात उसने दम तोड़ दिया।
गरीब नवाज कमेटी ने कराया अंतिम संस्कार
मदर टेरेसा संस्था ने विनय साहू के अंतिम संस्कार के लिए गरीब नवाज कमेटी से संपर्क किया। आश्रम प्रबंधन के अनुसार, विनय पिछले साढ़े 12 साल से वहां रह रहा था और वह शारीरिक रूप से दिव्यांग था। गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली और उनके साथियों ने विनय का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से तिलवारा श्मशान घाट में किया।
शरीर सिर्फ तीन साल के बच्चे जैसा था
गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली ने बताया कि जब वे आश्रम पहुंचे, तो देखा कि विनय की उम्र तो 13 साल थी, लेकिन उसका शरीर तीन साल के बच्चे जितना छोटा था। आश्रम में अधिकतर महिलाएं थीं, जो बच्चे का अंतिम संस्कार करने में असमर्थ थीं। ऐसे में गरीब नवाज कमेटी ने आगे आकर यह जिम्मेदारी निभाई।
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