दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों और छात्रों पर की जा रही फीस वसूली की दबंगई के खिलाफ पैरेंट्स एसोसिएशन ने उग्र प्रदर्शन किया। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल माफिया बच्चों को परीक्षा में बैठने नहीं दे रहे और प्रवेश पत्र जारी करने से इनकार कर रहे हैं। इससे छात्रों पर मानसिक दबाव बढ़ रहा है।
मामला कोर्ट में विचाराधीन है, और माननीय कलेक्टर द्वारा अधिकांश स्कूलों की नई फीस निर्धारित कर दी गई है। साथ ही, बीते सात वर्षों की पुरानी फीस को अवैध घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद, स्कूल प्रबंधन मनमानी कर रहा है और जबरन वसूली के लिए अभिभावकों को धमकियां दी जा रही हैं।
इसी के चलते आज सेंट जोसेफ और सेंट ग्रेबियल रांझी स्कूलों के बाहर उग्र प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी छात्र को परीक्षा से वंचित किया गया या प्रवेश पत्र नहीं दिया गया, तो स्कूलों के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। इस दौरान पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने कहा कि यह लड़ाई केवल एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे शहर के अभिभावकों की है।
रांझी अध्यक्ष अनिल पटेल ने कहा कि यदि स्कूल प्रबंधन अपनी मनमानी से बाज नहीं आता और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता है, तो स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए आंदोलन किया जाएगा।
संगठन के अनुसार, शहर के अन्य कई स्कूल भी निजी स्कूल माफियाओं की इस दबंगई में शामिल हैं, जिनमें नचिकेता (विजयनगर), विजडम वैली (शास्त्री नगर), सेंट्रल एलोसिस (पाली पत्थर) और सेंट एलोसिस (रिमझा) शामिल हैं। इन स्कूलों के खिलाफ भी जल्द ही उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन में पैरेंट्स एसोसिएशन के विकास पाल, मनीष शर्मा, अभिलाष सैनी, वाल्मीकि जोसेफ, धीरेंद्र मालवीय, अभिषेक जैन, कपिल जैन, निशा पटेल, सविता पटेल, शारदा कनौजिया, राखी सैनी, रोशनी कनौजिया सहित सैकड़ों अभिभावकों ने भाग लिया।