दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। ग्रामीण इलाकों में चिटफंड कंपनियों के नाम पर लोगों से रकम वसूलने वाली गैंग सक्रिय हो गई है। ये ठग कम निवेश पर अधिक लाभ का लालच देकर लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं। पुलिस तक कई शिकायतें पहुंच चुकी हैं, जिसके बाद अब इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
फर्जी कंपनियों पर होगी जांच
पुलिस अब सभी चिटफंड कंपनियों की जांच करेगी कि वे आरबीआई से पंजीकृत हैं या नहीं। अगर कंपनियां फर्जी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए जाएंगे।
पंजीकृत और अवैध कंपनियों का खेल
महाकौशल क्षेत्र में दो तरह की चिटफंड कंपनियां काम कर रही हैं—
1. पंजीकृत कंपनियां, जो कानूनी रूप से काम कर रही हैं।
2. अवैध कंपनियां, जो बिना अनुमति के लोगों से पैसा वसूल रही हैं और बाद में गायब हो जाती हैं।
कुछ जालसाज कंपनियां दूसरे राज्यों में पंजीयन कराकर ठगी कर रही हैं, जिससे उनकी जांच करना मुश्किल हो जाता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान जरूरी
पुलिस की जांच में सामने आया है कि लोग बैंकों की जटिल प्रक्रियाओं और कम ब्याज दरों से बचने के लिए चिटफंड कंपनियों के झांसे में आ जाते हैं। अधिक लाभ के लालच में वे अपनी जमापूंजी इन कंपनियों में लगा देते हैं, जो बाद में उन्हें धोखा दे देती हैं। पुलिस अब ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रही है, ताकि लोग ठगों के झांसे में न आएं।