दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों और बाजारों में अवैध रूप से लगे होर्डिंग्स और फ्लेक्स लोगों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। मालवीय चौक, बड़ा फुहारा,कमानिया गेट नगर निगम के सामने पुराना बस स्टैंड दमोह नाका चौक जैसे व्यस्त इलाकों में राजनीतिक दलों और व्यापारियों द्वारा प्रचार-प्रसार के लिए बड़े-बड़े फ्लेक्स और होर्डिंग्स लगाए गए हैं। इन अवैध होर्डिंग्स से जहां एक ओर शहर की सुंदरता प्रभावित हो रही है, वहीं दूसरी ओर राहगीरों और वाहन चालकों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकते हैं।
प्रशासन की अनदेखी, हादसों का बढ़ता खतरा
शहर में पहले भी इन अवैध फ्लेक्सों के कारण कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन इन घटनाओं से कोई सबक नहीं ले रहा है। हाल ही में सिविल लाइन इलाहाबाद बैंक चौक पर फ्लेक्स लगाने के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। बावजूद इसके, प्रशासन का रवैया उदासीन बना हुआ है और यह मानो किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा हो।
अवैध होर्डिंग्स के कारण यातायात प्रभावित
शहर के मुख्य मार्गों पर लगे बड़े-बड़े फ्लेक्स और होर्डिंग्स न केवल राहगीरों के लिए खतरा हैं बल्कि यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित कर रहे हैं। कई जगहों पर ये फ्लेक्स बिजली के खंभों और पेड़ों पर लटके हुए हैं, जिससे हवा चलने पर इनके गिरने का खतरा बना रहता है। बारिश के मौसम में यह खतरा और भी बढ़ जाता है, जिससे लोगों की जान को सीधा खतरा हो सकता है।
क्या कहता है नियम?
नगर निगम के नियमों के अनुसार, बिना अनुमति के किसी भी सार्वजनिक स्थान पर फ्लेक्स या होर्डिंग्स लगाना गैरकानूनी है। नियमों के तहत प्रशासन को अवैध होर्डिंग्स को तुरंत हटाने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्रवाई नाम मात्र की ही होती है।
हटाए जाएं अवैध होर्डिंग्स
शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध रूप से लगे होर्डिंग्स को जल्द से जल्द हटाया जाए ताकि संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके। कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने नगर निगम से इस मुद्दे पर ठोस कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन को जगाने की जरूरत
शहर की सुंदरता और लोगों की सुरक्षा के लिए प्रशासन को अब जागरूक होकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। यदि समय रहते इन अवैध होर्डिंग्स को नहीं हटाया गया, तो आने वाले दिनों में जबलपुर में और भी बड़े हादसे देखने को मिल सकते हैं। जनता की सुरक्षा और शहर की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए नगर निगम को इस पर सख्त एक्शन लेना चाहिए।