दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लंबे समय से चल रही प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा को लेकर अब तस्वीर साफ हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को मध्यप्रदेश भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। वहीं, भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय को एक बार फिर राष्ट्रीय महामंत्री की जिम्मेदारी दी जाएगी, साथ ही उन्हें दोबारा पश्चिम बंगाल का प्रभार भी सौंपा जाएगा। प. बंगाल का विधानसभा चुनाव भाजपा की प्रथम प्राथमिकता में है।
भाजपा ने हाल ही में मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी थी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर अंतिम फैसला लेने में देरी हो रही थी। पार्टी में इस पद को लेकर गहन मंथन जारी था। हालांकि, संघ एवं संगठन के सूत्रों के अनुसार, अब नरोत्तम मिश्रा के नाम पर मुहर लग गई है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए अपने पुराने और आजमाए हुए फॉर्मूले पर भरोसा जताया है। नरोत्तम मिश्रा लंबे समय से संगठन और सरकार में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। गृह मंत्री रहते हुए उन्होंने अपनी मजबूत पकड़ और रणनीतिक कौशल का परिचय दिया था, जिसके चलते शीर्ष नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है। नरोत्तम मिश्रा गृह मंत्री अमित शाह के करीबी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नरोत्तम मिश्रा के नाम को लेकर कैलाश विजयवर्गीय पहले सहमत नहीं थे। उन्हें मनाने के लिए कई दौर की बातचीत चली। इस प्रक्रिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहम भूमिका निभाई और कैलाश विजयवर्गीय को राष्ट्रीय महामंत्री बनाए जाने के साथ-साथ पश्चिम बंगाल का प्रभार देने का फैसला लिया गया है। भाजपा संगठन के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तथा नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक ही अंचल से होने के कारण पार्टी संगठन दोनों नेताओं के बीच संतुलन बना रहा है।
नरोत्तम मिश्रा को प्रदेश अध्यक्ष और कैलाश विजयवर्गीय को राष्ट्रीय महामंत्री बनाने के फैसले के बाद भाजपा संगठन में एक नया संतुलन देखने को मिलेगा। इस फैसले से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की पकड़ और मजबूत होगी।