दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। एमपी पुलिस में पदस्थ एक आरक्षक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक आरक्षक की पहचान ब्रजेश बढ़पुर के रूप में हुई है, जो विजय नगर थाने में पदस्थ था। बताया जा रहा है कि ब्रजेश लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित था, जिसके चलते उसे लाइन अटैच कर दिया गया था।
सुबह नहीं खुला दरवाजा, तब हुआ खुलासा
मंगलवार सुबह करीब 10 बजे अधारताल थाना पुलिस को सूचना मिली कि सुहागी क्षेत्र में किराए के मकान में रहने वाले ब्रजेश बढ़पुर ने फांसी लगा ली है। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा।
परिजनों ने बताया कि ब्रजेश रात को घर आया लेकिन बिना खाना खाए ही कमरे में चला गया। सुबह जब उसने दरवाजा नहीं खोला, तो पत्नी ने आवाज दी। कोई जवाब न मिलने पर पड़ोसी को बुलाया गया और काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई।
जुए की लत और कर्ज बना कारण
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ब्रजेश को जुआ खेलने की लत थी, जिसके चलते उस पर लाखों रुपए का कर्ज हो गया था। लगातार गैरहाजिर रहने के कारण उसे लाइन अटैच भी कर दिया गया था।
नहीं मिला सुसाइड नोट, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अधारताल थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतक के परिवार में उसकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं। पुलिस आत्महत्या के पीछे के अन्य कारणों की भी जांच कर रही है।