दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रेलवे बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आउटसोर्स कर्मचारियों की नियुक्ति से पहले पुलिस वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है, क्योंकि हाल के दिनों में आउटसोर्स कर्मचारियों की संलिप्तता यात्रियों के उत्पीड़न, सामान की चोरी और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामलों में देखी गई है।
ऑनलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम लागू
रेलवे बोर्ड ने 20 अगस्त को जारी किए गए सर्कुलर में सभी जोनल रेलवे और आईआरसीटीसी को निर्देश दिए हैं कि ट्रेनों और स्टेशनों पर कैटरिंग और वेडिंग स्टाफ की नियुक्ति से पहले उनका शत-प्रतिशत पुलिस सत्यापन किया जाए। अब इस प्रक्रिया को और भी सटीक बनाने के लिए ऑनलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया गया है, जो पहले की ऑफलाइन प्रक्रिया का स्थान लेगा।
नई व्यवस्था से सुरक्षा में सुधार
जबलपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक मधुर वर्मा ने कहा कि यह नई व्यवस्था न केवल यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी, बल्कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में दोषियों की पहचान में भी मदद करेगी। इस प्रक्रिया की जिम्मेदारी आरपीएफ, जीआरपी और पुलिस विभाग को सौंपी गई है। यह नया सिस्टम रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करेगा।