दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर की दमोहनाका कृषि उपज मंडी को कटंगी-पाटन बायपास रोड स्थित औरिया में स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही है। इस प्रक्रिया में अब तक मटर मंडी के व्यापारियों को ही वहां शिफ्ट किया गया है। हालांकि, उनके अनुभव संतोषजनक नहीं रहे, जिसके चलते फल, अनाज और सब्जी व्यापारियों ने इस स्थानांतरण का विरोध शुरू कर दिया है।
दुकान के बदले दुकान की मांग
व्यापारियों का कहना है कि जब वे वर्षों पहले पुरानी मंडी में लीज पर दुकानें लेकर व्यापार कर रहे थे, तो अब नई मंडी में जमीन खरीदने का कोई औचित्य नहीं बनता। व्यापारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशासन उन्हें पुरानी दुकानों के बदले नई मंडी में दुकानें नहीं देता, तो वे नई जगह पर जमीन खरीदकर व्यापार नहीं करेंगे। इसके विरोध में लगभग 400 दुकानों को बंद करने की चेतावनी भी दी गई है।
प्रशासन पर संवाद न करने का आरोप
न्यू थोक फल व्यापारी संगठन के अध्यक्ष अशरफ भाई ने कहा कि प्रशासन केवल अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है, लेकिन व्यापारियों से कोई चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने मांग की कि व्यापारियों को दुकान के बदले दुकान दी जाए, अन्यथा व्यापारिक गतिविधियां बाधित हो जाएंगी।
व्यापारियों का व्यापार और भविष्य संकट में
व्यापारियों का कहना है कि पुरानी कृषि उपज मंडी की जमीन महंगी है और वहां व्यापार सुगमता से होता है। नई जगह पर जमीन खरीदकर दुकान बनाना और व्यापार को पुनः स्थापित करना मुश्किल होगा। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनके हितों को ध्यान में रखते हुए कोई ठोस समाधान निकाला जाए।
फल मंडी के लिए 15 एकड़ जमीन स्वीकृत
मंडी प्रशासन के अनुसार, मटर मंडी के बाद अब फल मंडी को भी शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए नई मंडी में करीब 12 से 15 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है, जिसकी स्वीकृति भोपाल मंडी बोर्ड से मिलते ही कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद एक से दो महीनों के भीतर शिफ्टिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
व्यापारियों की मांगों पर प्रशासन का रुख स्पष्ट नहीं
अब तक मंडी प्रशासन ने व्यापारियों की मांगों पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।