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सिपाही विजय चौहान, शैलू उर्फ शेलेंद्र सिंह पंवार के साथ सट्टे और हत्या के आरोपी संदीप जाधव, पंकज खंडेलवाल। |
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विजय नगर के सिपाही कुलदीप गडकर और नीलेश मल्होत्रा के साथ आमिर गोरी। |
क्राइम ब्रांच ने पहले ड्रग तस्कर आमिर गौरी के खिलाफ केस दर्ज किया था, लेकिन बाद में पता चला कि वह पहले क्राइम ब्रांच के ही एक सिपाही का मुखबिर था। आमिर ने पुलिस को 22 से अधिक नशे के मामलों में मदद की थी, लेकिन जब उसका संपर्क क्राइम ब्रांच से टूट गया, तो उसने विजयनगर थाने की पुलिस को दो मामलों की जानकारी दी।
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क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के साथ नवीन शर्मा सोनू खरगोश हत्या का आरोपी है। इसके ऊपर पार्षद कालरा के घर पर हमला करने के आरोप है। यहां अभी फरार है। |
आमिर गौरी के साथ विजयनगर थाने के सिपाही कुलदीप गडकर और नीलेश मल्होत्रा की तस्वीरें सामने आने के बाद दोनों को लाइन अटैच कर दिया गया है। भले ही यह फोटो छह महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन अब इसकी वजह से कार्रवाई हुई है।
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क्राइम ब्रांच के एसआई मनीष और पूर्व सिपाही प्रदीप जाट के साथ आमीर गौरी। |
सिपाहियों का कहना है कि आमिर ने उन्हें अपने जन्मदिन पर बुलाया था और वह पहले भी राजस्थान से बड़े ड्रग सप्लायर और ऑडी कार पकड़वाने में मदद कर चुका था। हालांकि, वह खुद नशे का आदी है और पुलिस से दोस्ती कर अपनी छवि चमकाने के लिए तस्वीरें पोस्ट करता था।
जांच के बाद होगी बहाली
डीसीपी जोन-2 अभिनव विश्वकर्मा ने कहा कि पुलिसकर्मियों की फोटो वायरल होने पर कार्रवाई की गई है। भले ही फोटो मुखबिर के साथ हो, यह गलत है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।
क्राइम ब्रांच में आंतरिक रंजिश और मुखबिरों पर शिकंजा
करीब एक साल पहले क्राइम ब्रांच के सिपाही प्रदीप जाट को भी लाइन अटैच किया गया था। प्रदीप और आमिर की दोस्ती को लेकर क्राइम ब्रांच में पहले से विवाद था। बाद में आमिर को विजयनगर पुलिस ने मुखबिरी के लिए उपयोग करना शुरू कर दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
अब क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें एक-दूसरे के मुखबिरों पर कार्रवाई करने लगी हैं। हरदा से पकड़े गए एक मुखबिर को पहले जबरन आरोपी बनाया गया, फिर बाद में 200 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस और अपराधियों की नजदीकियों पर उठे सवाल
क्राइम ब्रांच में तैनात कुछ अन्य पुलिसकर्मियों की भी अपराधियों के साथ तस्वीरें सामने आई हैं। लंबे समय से अवैध हथियार और सट्टे के मामलों में सक्रिय इन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग उठ रही है।
अब देखना होगा कि पुलिस महकमा इस मामले में क्या सख्त कदम उठाता है और क्या आंतरिक खींचतान का यह दौर खत्म होता है या नहीं!