दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक एलएलबी छात्र भी शामिल है। ये आरोपी ग्रामीणों के बैंक खाते खुलवाकर साइबर जालसाजों को बेचते थे। पुलिस जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने अब तक करीब 40 खाते बेचे हैं, जिनका इस्तेमाल करोड़ों रुपये के लेन-देन में किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का सरगना रोहित जायसवाल भी शामिल है, जो एलएलबी का छात्र है और ठगी की गई रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलने का काम करता था। इसके अलावा, उज्जैन निवासी नीतेश चौहान ग्रामीणों को पैसों का लालच देकर खाते खुलवाने में मदद करता था, जबकि मंदसौर के कुलदीप मेघवाल और उज्जैन के लाल सिंह ने अपने बैंक खाते ठगों को किराए पर दिए थे।
पुलिस को आरोपियों के नेटवर्क और बैंक खातों के लेन-देन की गहराई से जांच के दौरान पता चला कि ठगी का पैसा देशभर में फैले ठगों तक पहुंचाया जा रहा था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन खातों से विदेशों में भी ट्रांजेक्शन किए गए हैं।
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब भोपाल निवासी अरुण प्रकाश चौधरी से ऑनलाइन जॉब के नाम पर 16.70 लाख रुपये की ठगी की गई। जांच के दौरान पुलिस ने मोबाइल नंबर और टेलीग्राम ग्रुप के आईपी एड्रेस के आधार पर आरोपियों को ट्रैक किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने के लिए जांच जारी रखे हुए है।