दैनिक सांध्य बन्धु झाबुआ जिला मुख्यालय पर आज भगोरिया हाट में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) सम्मिलित हुए और बड़ी संख्या में मौजूद जनजातीय समुदाय जनों के साथ इस पर्व की खुशी साझा की। उन्होंने आयोजित भील सम्मेलन में भी अतिथि के रूप में भाग लिया। उत्सव के आनंद में आनन्दित होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज फागुन का रंग चढ़ रहा है और भगोरिया में मद मस्त टोलियों ने एक नए उत्साह का संचार किया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव स्वयं भी कार्यक्रम स्थल पर नृतक दलों के साथ भगोरिया की मस्ती में झूम उठे।
जिले में भगोरिया में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सर्वप्रथम दिलीप गेट पर स्थित पूर्व सांसद स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह भुरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं जनजातीय क्षेत्र अंचल के विकास में उनके योगदान को याद किया।
दिलीप क्लब में भगोरिया पर्व पर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया ने स्वागत किया। उन्हे जनजातीय अंचल की झुलड़ी एवं साफा पहनाया गया, साथ ही जिले की विरासत तीर कमान भेंट कर पुष्प माला से अभिनन्दन किया गया।
दिलीप क्लब से बस स्टेण्ड तक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भगोरिया गैर में शामिल हुए जिसमें 250 से अधिक ढोल माँदल की टोलियों के साथ सांस्कृतिक नृत्य करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर रवाना हुए।
आज जिला मुख्यालय पर भील महासम्मेलन का भी आयोजन था। आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ भारत माता, टंट्या भील, राणा पुंजा एवं सबरी माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में उपस्थित जनजातीय समुदाय जनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगोरिया के समाँ में मस्ती में झूमते-नाचते टोलियों को देखकर पाँव अपने आप थिरकने लगते हैं, यहां आकर मन आनन्दित हो उठा है। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से फागुन के माह में ढोल माँदल की थाप पर मनाया जाने वाला भगोरिया पर्व जिले की पहचान हैं। भगौरिया उत्सव के संदर्भ में उन्होंने कहा क हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराएं और पर्व हमारी विरासत है, जो हमारे जीवन में उत्साह का संचार करते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश शासन तत्परता से कार्य कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि अब रोजगार के लिए युवाओं को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि सरकार क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सहित अन्य प्रोफेशनल कोर्स में जनजातीय विद्यार्थियों के लिए निशुल्क कोचिंग क्लास शुरू करने की घोषणा की। मेडिकल कॉलेज खोलने की नीति में बदलाव किया गया है ताकि सबसे पहले जनजातीय बहुल अंचल में कॉलेज खुलें। सोलर पंप योजना के तहत निःशुल्क बिजली देकर हर खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। उद्योगों की स्थापना के लिए अनुदान नीति जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। गरीबों के लिए निशुल्क एयर एंबुलेंस सेवा की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया दूध उत्पादन पर ₹5 बोनस और गाय खरीदने पर अनुदान दिया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने टिटकी माता देवलोक के जीर्णोद्धार कराए जाने की घोषणा की। साथ ही जिले में जल प्रदाय के लिए अनास नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने की योजना के परीक्षण के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने ओंकारेश्वर, उज्जैन और झाबुआ में धर्मशाला निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। इसी तरह कालका माता मंदिर से एम-2 होटल तक सड़क निर्माण की भी घोषणा। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित करते हुए कच्चे मकानों की सूची तैयार कर पी एम आवास योजना के तहत सर्वे कराए जाएं हेतु निर्देशित किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का झाबुआ जिले की धरती पर स्वागत है। उन्होंने बताया कि अंचल में उनके पिताजी एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया के प्रयासों से पेसा एक्ट को अधिनियमित किया गया जिससे जनजातीय क्षेत्र में ग्राम सभाओं को मजबूत बनाने का कार्य हुआ है। इसी के साथ अंचल में विभिन्न कार्यों से विकास की गंगा बह रही है।
अपने उद्बोधन में पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने कहा कि भील सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के परंपरागत सांस्कृतिक पर्व भगौरिया में शामिल होने से भगोरिया का मजा और अधिक बढ़ गया है। उन्होंने भील समाज के उत्थान के लिए जिले में दहेज, डीजे, दापा के सम्बन्ध में किये गये प्रयासों के बारे में अवगत कराया साथ ही भील समाज की धर्मशाला के लिए ओंकारेश्वर, उज्जैन और झाबुआ में जमीन आवंटन के लिए मांग की।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाबर, राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री कनकमल कटारा, भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारीगण एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी सहित समाज के प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे।