दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में 5 करोड़ 21 लाख रुपये के धान खरीदी घोटाले का खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है और जबलपुर के अलावा संभाग के अन्य जिलों बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी और मंडला में भी छानबीन तेज कर दी गई है।
पाटन और भेड़ाघाट के खरीदी केंद्रों की जांच
ईओडब्ल्यू की टीम ने पाटन के सरोंद और भेड़ाघाट के तेवर स्थित धान खरीदी केंद्रों पर आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने धान खरीदी से जुड़े दस्तावेज जब्त किए और समितियों के कर्मचारियों से पूछताछ की। जांच एजेंसी के मुताबिक, इस घोटाले में सोसाइटी, वेयरहाउस और ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से मिलर्स ने गड़बड़ी की।
FIR दर्ज, 7 गिरफ्तार
जबलपुर जिला प्रशासन के निर्देश पर पनागर, कटंगी और मझौली थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में 22 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से 7 को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में समिति प्रबंधक, केंद्र प्रभारी, ऑपरेटर, सर्वेयर और वेयर हाउस संचालक शामिल हैं।
अन्य जिलों में भी घोटाले की जांच जारी
ईओडब्ल्यू अब यह पता लगाने में जुटी है कि जबलपुर समेत संभाग के अन्य जिलों में भी धान उपार्जन घोटाले में कौन-कौन शामिल है। दस्तावेजों की जांच के बाद और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही इस घोटाले में नए नाम सामने आ सकते हैं और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।