दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय कारागार में होली के बाद भाई दूज के अवसर पर विशेष मुलाकात का आयोजन किया गया। इस मौके पर सैकड़ों बहनों ने अपने बंदी भाइयों को विंडो के माध्यम से टीका लगाया और उनके दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की।
खुली जेल में नहीं हो सकी मुलाकात
हर साल होली और दीपावली के बाद पड़ने वाले भाई दूज पर जेल में बंद पुरुष और महिला बंदियों की परिजनों से खुली जेल में मुलाकात कराई जाती है। लेकिन इस बार रविवार होने के कारण जेल प्रशासन ने केवल विंडो मुलाकात की ही अनुमति दी। कुछ भाई-बहन एक दिन पहले शनिवार को ही मुलाकात के लिए पहुंचे थे।
भाई दूज का महत्व
भाई दूज भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक पर्व है, जो साल में दो बार—होली और दीपावली के बाद मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के मस्तक पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सफलता की कामना करती हैं। जेल में भी यह पर्व खास उत्साह के साथ मनाया गया, जहां बहनों ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए अपने भाइयों को आशीर्वाद दिया।
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