दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। स्कूलों में परीक्षाएं शुरू होते ही मौसम में बदलाव के कारण बड़ी संख्या में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, टाइफाइड और चिकन पॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों और क्लीनिकों में बीमार बच्चों की भीड़ देखने को मिल रही है, जिससे माता-पिता की चिंता बढ़ गई है।
बीमारियों के लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों में सर्दी-जुकाम, गले में दर्द, खराश, तेज बुखार और बदन दर्द जैसे लक्षण अधिक देखने को मिल रहे हैं। कई मामलों में बुखार 2-3 दिन तक बना रह रहा है। हालांकि, समय पर दवा लेने से राहत मिल रही है।
बचाव के उपाय
विशेषज्ञों की सलाह है कि बच्चे ठंड से बचाव करें और ठंडी चीजों से परहेज करें। संतुलित आहार, मौसमी फल और पर्याप्त आराम जरूरी है। साथ ही, अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों पर पढ़ाई का अधिक तनाव न डालें और उनका मनोबल बढ़ाएं।
बीमारियों का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि दिन और रात के तापमान में भारी अंतर वायरस के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बना रहा है। इस कारण अगले 15-20 दिनों तक ऐसी समस्याएं बनी रह सकती हैं। समय पर जांच और इलाज से बच्चों को जल्द राहत मिल सकती है।