Jabalpur News: नोटिफाइड कैंट में जमीन आवंटन पर विवाद, सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारियों की भूमिका पर उठे सवाल

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। नोटिफाइड कैंटोनमेंट क्षेत्र के कटंगा में एक निजी सोसाइटी को जमीन आवंटन कराने में अहम भूमिका निभाने वाले सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारी अब खुद प्लॉट की मांग कर रहे हैं। यह मामला तब गर्माया जब पता चला कि जिस सोसाइटी को यह भूमि आवंटित होने की बात कही जा रही है, उसमें ज्यादातर सदस्य पूर्व राजस्व अधिकारी और कर्मचारी हैं। सूत्रों के अनुसार, जबलपुर में पदस्थ रहने के दौरान इन अधिकारियों ने सोसाइटी के लिए जमीन चिन्हित कराने और नापजोख कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

कैंट बोर्ड की सख्ती, विवादित निर्माण पर चला बुलडोजर

कटंगा लिटिल वर्ल्ड स्कूल के सामने स्थित एक भूखंड पर हो रहे निर्माण को लेकर विवाद तब और बढ़ गया जब कैंट बोर्ड ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया। 25 फरवरी को कैंट बोर्ड की टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि सर्वे क्रमांक 59, खुली रक्षा भूमि पर कैंट अधिनियम, 2006 की धारा-261(1) का उल्लंघन करते हुए प्रीकास्ट आरसीसी बाउंड्री वाल का निर्माण किया जा रहा था। इस निरीक्षण के दौरान स्वयं लेफ्टिनेंट जनरल पीएस शेखावत, जनरल अफसर कमांडिंग भी मौके पर पहुंचे थे।

कैंट बोर्ड के रिकॉर्ड के मुताबिक, कटंगा लिटिल वर्ल्ड स्कूल के सामने स्थित 11 एकड़ भूमि (जीएलआर सर्वे क्रमांक 59, भूमि वर्गीकरण बी-4 श्रेणी) भारत सरकार के स्वामित्व में आती है। इस भूमि पर किए जा रहे निर्माण को अवैध करार देते हुए कैंट बोर्ड प्रशासन ने आज कड़ी कार्रवाई की।

निर्माण न रोकने पर कार्रवाई, जेसीबी से गिराई बाउंड्री वॉल

बिना अनुमति किए जा रहे निर्माण को लेकर कैंट बोर्ड ने पहले ही संबंधित सोसाइटी को नोटिस जारी कर तत्काल कार्य रोकने के निर्देश दिए थे। लेकिन निर्देशों की अनदेखी के बाद आज सुबह 11:30 बजे कैंट बोर्ड की टीम ने मौके पर पहुंचकर बाउंड्री वॉल व अन्य निर्माण को ध्वस्त कर दिया। जेसीबी मशीन से दीवार गिराए जाने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।

इस पूरे प्रकरण के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारियों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर इस सोसाइटी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की? इस मामले में अब आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। 

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