दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को आर्मी का डॉक्टर बताकर एक युवती से तीन लाख रुपये की ठगी की। आरोपी का नाम हरिशंकर कौरव है, जो कि एक निजी अस्पताल में कर्मचारी के रूप में काम करता है। उसने मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी नाम से प्रोफाइल बनाई और खुद को भारतीय सेना का डॉक्टर बताया।
ऐसे की ठगी
हरिशंकर ने युवती को शादी का झांसा देकर उससे नजदीकियां बढ़ाईं। वह युवती के घर भी आता-जाता था, जिससे परिवार को उस पर भरोसा हो गया। कुछ महीनों की बातचीत के बाद, आरोपी ने बहाने बनाकर युवती से 50 हजार रुपये ले लिए।
26 फरवरी को उसने युवती को फोन कर बताया कि प्रयागराज से लौटते समय उसका एक्सीडेंट हो गया है और उसे सतना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज के लिए उसे भोपाल एम्स रेफर किया गया और तत्काल 2.5 लाख रुपये की जरूरत बताई। युवती ने तुरंत रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन इसके बाद आरोपी ने अपना फोन बंद कर लिया।
ऐसे हुआ हकीकत का खुलासा
जब युवती अपने परिवार के साथ अनंत अस्पताल पहुंची, तो हरिशंकर वहीं मिला। अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि वह डॉक्टर नहीं, बल्कि एक कर्मचारी है। इतना ही नहीं, वह पहले से विवाहित और एक चार साल के बच्चे का पिता है।
जाली दस्तावेजों से की धोखाधड़ी
आरोपी ने शादी के लिए फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और आर्मी अस्पताल का जाली नियुक्ति पत्र बनवाया था। उसने अपना नाम हरिशंकर कौरव से बदलकर हरिशंकर विश्वकर्मा कर लिया और लेफ्टिनेंट डॉक्टर के रूप में अपनी पहचान बनाई।
पुलिस कर रही गहराई से जांच
हनुमान ताल थाना प्रभारी धीरज राज के अनुसार, आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि उसने और कितनी युवतियों को इसी तरह ठगा है। आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया गया है, और उसके ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की भी जांच की जा रही है।
शनिवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है ताकि और जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस को शक है कि शादी के नाम पर ठगी करने वाला कोई गिरोह इससे जुड़ा हो सकता है।