दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर जीआरपी पुलिस ने बैंक खातों की धोखाधड़ी और साइबर अपराध में लिप्त एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह भोले-भाले लोगों को सरकारी योजना का झांसा देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाता था और फिर इन खातों को ऑनलाइन जुआ व सट्टे के लिए बेच देता था।
फरियादी संजय चौधरी ने पुलिस को शिकायत दी थी कि गोटेगांव निवासी शुभम पटेल ने उसे सरकारी योजना के तहत ₹10,000 मिलने का लालच देकर बैंक खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और सिम कार्ड ले लिए थे। बाद में पता चला कि उसके खाते में पैसे जमा किए जा रहे हैं और निकाले भी जा रहे हैं। इसी तरह, कई अन्य लोगों के भी खाते खुलवाकर उनके एटीएम और सिम कार्ड दिल्ली भेजे जा रहे थे।
मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि यह एक संगठित साइबर अपराध गिरोह का काम है। इस गिरोह का सरगना संजीव अरोरा उर्फ सनी अरोरा (निवासी तिलक नगर, नई दिल्ली) को 23 मार्च 2025 को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद जबलपुर में गिरोह के अन्य दो प्रमुख सदस्य ऋषि कपूर (निवासी बेदी नगर, जबलपुर) और लखन सिंह ठाकुर (निवासी लालमाटी, जबलपुर) को 27 मार्च 2025 को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और नगदी बरामद की गई है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
जीआरपी पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपने बैंक खाते, एटीएम, सिम कार्ड या कोई भी निजी जानकारी साझा न करें। यदि कोई व्यक्ति सरकारी योजना के तहत पैसे देने का वादा करता है, तो पहले उसकी सत्यता की जांच करें और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।