दैनिक सांध्य बन्धु पाटन। नगर में विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, निजी स्कूलों, क्लीनिकों और दवा दुकानों में नियामक नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए गरुड़ दल ने औचक निरीक्षण किया। अनुविभागीय दंडाधिकारी पाटन मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में 77 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया, जबकि कई प्रतिष्ठानों को नियमों के उल्लंघन पर नोटिस जारी किया गया।
व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्ती
नगर परिषद, खाद्य सुरक्षा प्रशासन, नाप-तौल विभाग, कृषि विभाग और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने व्यापारियों द्वारा नियमों के पालन की जांच की। निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा टीम ने मदन मिष्ठान भंडार, ठाकुर भोजनालय और मां खेरमाई डेयरी से खाद्य सामग्री के नमूने लिए, जिन्हें परीक्षण के लिए भोपाल भेजा जाएगा। अमानक पाए जाने पर संबंधित व्यापारियों पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई होगी।
अवैध गैस सिलेंडर और स्कूलों में अनियमितता
खाद्य विभाग ने निरीक्षण के दौरान मदन मिष्ठान भंडार और ठाकुर भोजनालय से भारत पेट्रोलियम के तीन घरेलू गैस सिलेंडर जब्त किए। वहीं, शिक्षा विभाग की टीम ने मिस्पा मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल, किड्स जोन और विवेकानंद हायर सेकेंडरी स्कूल का निरीक्षण किया। स्कूल बस चालकों का पुलिस वेरिफिकेशन अधूरा पाया गया, वहीं विद्यालय परिसर में सुरक्षा से जुड़ी कई खामियां उजागर हुईं, जिन्हें जल्द सुधारने के निर्देश दिए गए।
दवा दुकानों और कृषि प्रतिष्ठानों की जांच
औषधि निरीक्षकों ने राहुल मेडिकल एंड जनरल स्टोर और एसएन ड्रग हाउस का निरीक्षण कर नियमों के उल्लंघन पर नोटिस जारी किया। वहीं, कृषि विभाग ने गणेश फर्टिलाइजर, श्रीराम फर्टिलाइजर और शुभ कृषि धान केंद्र की जांच कर रिकॉर्ड संधारण न करने पर तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा।
ट्रेड लाइसेंस न होने पर कार्रवाई
नगर परिषद ने विभिन्न दुकानों में ट्रेड लाइसेंस की जांच की। बिना लाइसेंस के व्यवसाय संचालित करने वाले प्रतिष्ठानों, सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग और दुकान के सामने कचरा पाए जाने पर कुल 77 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।
प्रशासन की सख्ती जारी
इस कार्रवाई में एसडीएम पाटन मानवेंद्र सिंह, तहसीलदार दिलीप हनवत, नायब तहसीलदार निधि शर्मा, एफएसओ पंकज श्रीवास्तव, सीएमओ जयश्री चौहान, एसडीओ कृषि डॉ. इंदिरा त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे। गरुड़ दल की इस कार्रवाई से नगर में हड़कंप मच गया और व्यापारी वर्ग में नियमों के प्रति सतर्कता बढ़ी है।