Jabalpur News: होली के हुड़दंग में मजदूर की चाकू मारकर हत्या, घमापुर थाना क्षेत्र में दर्दनाक वारदात

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रंगों के त्योहार होली की खुशियां तब मातम में बदल गईं जब घमापुर थाना क्षेत्र में एक मजदूर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना तब हुई जब मृतक ने कुछ युवकों को डांस करने से मना किया। मामूली कहासुनी देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गई और अंततः मजदूर रामगोपाल कुशवाहा को अपनी जान गंवानी पड़ी।

डांस करने से रोकना पड़ा भारी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, घमापुर सिद्धबाबा चाचा किराना स्टोर के पास रहने वाले 45 वर्षीय रामगोपाल कुशवाहा मजदूरी का कार्य करते थे। होली के दिन दोपहर करीब 3 बजे वे अपने घर के बाहर झाड़ू लगा रहे थे, तभी पास में कुछ युवक डीजे पर तेज आवाज में गाने बजाकर नाच रहे थे। रामगोपाल ने उनसे शोर-शराबा बंद करने का आग्रह किया, जिससे युवकों को गुस्सा आ गया।

विवाद बढ़ा और हुआ खूनी संघर्ष

रामगोपाल के कहने पर युवकों की टोली भड़क गई और उनसे बहस करने लगी। देखते ही देखते बहस ने झगड़े का रूप ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रामगोपाल के परिवार के किसी सदस्य ने इन युवकों को हल्का सा धक्का दे दिया, जिससे वे और ज्यादा आक्रोशित हो गए। गुस्से में भरे युवक वहां से चले गए लेकिन कुछ देर बाद हथियार और चाकू लेकर लौटे।

चाकू के वार से हुई मौत

वापस लौटे युवकों ने रामगोपाल पर हमला कर दिया और उनमें से एक ने चाकू निकालकर उन पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। चाकू लगते ही रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गए और तेजी से खून बहने लगा। परिजन और स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपियों की तलाश जारी

घटना की सूचना मिलते ही घमापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

होली के जश्न में बढ़ती हिंसा पर चिंता

इस घटना ने समाज में त्योहारों के दौरान बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। होली जोकि प्रेम और भाईचारे का पर्व माना जाता है, उसमें इस तरह की घटनाएं त्योहार की पवित्रता को धूमिल करती हैं। प्रशासन और स्थानीय नागरिकों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे हादसे भविष्य में न हों और त्योहारों को शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जाए।

Post a Comment

Previous Post Next Post