लोन स्कैम: 30 हजार के लोन के नाम पर लगाया 1.3 लाख का चूना

दैनिक सांध्य बन्धु गुरुग्राम। लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में गुरुग्राम के उद्योग विहार में एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी को 30 हजार रुपये के लोन का झांसा देकर 1.3 लाख रुपये का कर्ज उसके नाम पर चढ़ा दिया गया।

कैसे हुआ लोन फ्रॉड?

पीड़ित ने एक पोस्टर पर लोन का विज्ञापन देखा और दिए गए नंबर पर संपर्क किया। ठगों ने उसे बताया कि वह 30 हजार रुपये के लोन के लिए योग्य है, लेकिन प्रोसेसिंग फीस काटकर उसे 28,000 रुपये मिलेंगे। पीड़ित ने अपनी बैंक और निजी जानकारी साझा कर दी, लेकिन उसे केवल 20,000 रुपये ही मिले। बाद में ठगों ने उसके नाम पर 1.3 लाख रुपये का फर्जी लोन निकाल लिया।

फ्रॉड का खुलासा कैसे हुआ?

जब बैंक ने पीड़ित से 1.3 लाख रुपये के लोन की रिकवरी के लिए संपर्क किया, तब उसे इस धोखाधड़ी का पता चला। उसने ठगों से बाकी रकम मांगी, लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया। पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने 16 फरवरी को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से 2,700 रुपये और दो मोबाइल फोन बरामद किए।

लोन स्कैम से कैसे बचें?

1. लोन देने वाले की पहचान करें – लोन देने वाली कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट और ग्राहक समीक्षाओं की जांच करें। अनजान कॉल, सोशल मीडिया पोस्ट और सड़क किनारे लगे पोस्टरों पर भरोसा न करें।

2. अग्रिम फीस का भुगतान न करें – यदि कोई लोन देने वाला आपसे पहले ही फीस मांगता है, तो सतर्क रहें। कोई भी बैंक या एनबीएफसी (NBFC) लोन मिलने से पहले चार्ज नहीं करता।

3. निजी जानकारी सुरक्षित रखें – बैंक अकाउंट नंबर, पैन कार्ड, आधार नंबर जैसी निजी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें।

4. संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें – किसी भी तरह की लोन धोखाधड़ी की सूचना तुरंत पुलिस और साइबर सेल को दें। आरबीआई ओम्बड्समैन और उपभोक्ता संरक्षण संस्थाओं के जरिए भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

आज के समय में लोन फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है। लोन लेने से पहले सही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी संदिग्ध स्कीम में फंसने से बचें।

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