दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर के सौंदर्यीकरण और पर्यावरण सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, जबलपुर प्रशासन ने रानीताल तालाब के पास स्थित कचरा डंपिंग साइट को एक आधुनिक सिटी लेवल पार्क में बदलने की योजना बनाई है। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में इस परियोजना की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे न केवल शहर की सुंदरता में इजाफा होगा बल्कि लोगों को मनोरंजन और खेल-कूद की नई सुविधाएं भी मिलेंगी।
पार्क में मिलेंगी ये अत्याधुनिक सुविधाएं
इस पार्क को शहर का प्रमुख आकर्षण बनाने के लिए इसमें कई आधुनिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। इनमें शामिल हैं:
✔ स्केटिंग रिंक – बच्चों और युवाओं के लिए सुरक्षित और उत्कृष्ट स्केटिंग ट्रैक
✔ बिलियर्ड क्लब – खेल प्रेमियों के लिए एक उच्च स्तरीय क्लब
✔ बोटिंग सुविधा – भविष्य में रानीताल झील में बोटिंग का भी आनंद मिलेगा
✔ फाउंटेन और हरे-भरे गार्डन – प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर वातावरण
✔ ओपन टेरेस प्वाइंट – दर्शकों के लिए विशेष बैठने और शहर का खूबसूरत नजारा देखने की जगह
✔ कैफे और मनोरंजन स्थल – झील के किनारे एक आकर्षक कैफे
✔ प्रतिष्ठित व्यक्तियों की प्रतिमाएं – शहर के गणमान्य व्यक्तियों की मूर्तियों की स्थापना
परियोजना के लिए जमीन सीमांकन की प्रक्रिया शुरू
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने राजस्व विभाग को निर्देश दिए हैं कि इस परियोजना के लिए जमीन का सीमांकन जल्द पूरा किया जाए। साथ ही, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग को भू-उपयोग और प्रस्तावित सुविधाओं की जानकारी देने को कहा गया है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार हो रहा है पार्क
स्मार्ट सिटी जबलपुर के जी.आई.एस. एक्सपर्ट बालेन्द्र शुक्ला बायो रेमेडिएशन प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं, जिससे डंपिंग साइट को स्वच्छ और हरित क्षेत्र में बदला जा सके। सहायक अर्बन प्लानर अनमोल संस्कृति ने प्रस्तावित पार्क का डिजाइन तैयार किया है, जिसमें पारंपरिक और आधुनिक आर्किटेक्चर का मिश्रण देखने को मिलेगा।
शहरवासियों के सुझावों को मिलेगा स्थान
कलेक्टर ने कहा कि यह पार्क सिर्फ मनोरंजन और खेलकूद तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह शहर के लोगों के लिए एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल भी बनेगा। इसके निर्माण में शहर के गणमान्य नागरिकों और विशेषज्ञों के सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।
आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ
यह प्रोजेक्ट न केवल जबलपुर की सुंदरता और पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि इससे रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी खुलेंगे।
कचरा डंपिंग साइट को पार्क में बदलने से पर्यावरणीय प्रदूषण भी कम होगा और शहरवासियों को एक नया हरा-भरा स्थान मिलेगा।