MP Board: अब साल में दो बार होगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं

दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव किया गया है। अब CBSE की तर्ज पर एमपी बोर्ड (MP Board) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। यह नई व्यवस्था सत्र 2024-26 से लागू होगी। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में और दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त में होगी।

कैसा होगा परीक्षा का नया सिस्टम?

पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में होगी।

दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त में आयोजित होगी।

अब पूरक परीक्षा (Supplementary Exam) की जरूरत नहीं होगी।

दोनों परीक्षाओं के अंकों के आधार पर वार्षिक परीक्षा का परिणाम तैयार किया जाएगा।

छात्रों को क्या मिलेगा फायदा?

जिन छात्रों ने पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, वे दूसरी परीक्षा में सुधार कर सकते हैं।

परीक्षा में अनुपस्थित या असफल रहने वाले विद्यार्थी दूसरी परीक्षा में बैठ सकते हैं।

छात्रों को अस्थायी प्रवेश (Temporary Admission) की अनुमति दी जाएगी।

विषय में बदलाव की अनुमति नहीं होगी।

नए सिस्टम से जुड़े महत्वपूर्ण बदलाव

✔ द्वितीय परीक्षा में केवल वही छात्र शामिल हो सकेंगे, जिन्होंने पहली परीक्षा दी होगी।

✔ पूरक परीक्षा को खत्म कर दिया गया है।

✔ प्रायोगिक विषयों में विद्यार्थी पहले केवल फील्ड पार्ट में शामिल हो सकते हैं।

✔ परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन पत्र भरना अनिवार्य होगा।

CBSE मॉडल पर क्यों हुआ बदलाव?

CBSE ने पहले ही दो परीक्षाओं की प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया था। एमपी बोर्ड भी इसी मॉडल को अपनाकर विद्यार्थियों को एक और मौका देना चाहता है, ताकि वे अपने अंकों में सुधार कर सकें और बेहतर प्रदर्शन कर सकें। हर साल करीब 18 लाख विद्यार्थी एमपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होते हैं, इसलिए यह बदलाव छात्रों के हित में किया गया है।

यहां पढ़ें पूरी डिटेल....




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