दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जिले में बड़े पैमाने पर हुए धान घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अंतर-जिला मिलिंग के नाम पर धान का उठाव कागजों में दिखाकर ₹30.14 करोड़ का गबन किया गया। जांच में सामने आया कि कुल 131,052 क्विंटल धान का फर्जीवाड़ा हुआ, जिसमें 571 ट्रकों की ट्रिप टोल नाकों से होकर नहीं गुजरी। कई ट्रक नंबर फर्जी पाए गए, जिनमें से कुछ छोटे वाहन या कारों के थे, जिनमें धान परिवहन संभव नहीं था।
इस घोटाले में 74 लोगों के खिलाफ विभिन्न थानों में 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें 13 सरकारी कर्मचारी, 17 मिलर्स और 44 उपार्जन केंद्र/सोसाइटी कर्मचारी शामिल हैं। सहकारी समिति अधिनियम और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। जांच में पाया गया कि ट्रांसपोर्टरों ने फर्जी चालान बनवाए और सरकारी पोर्टल पर गलत एंट्री करवाई गई।
प्रशासन ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 11 उपार्जन केंद्रों और एक संकुल उपार्जन केंद्र के प्रबंधकों पर भी संदेह जताया गया है, जिन पर जिला पंचायत और सहकारिता विभाग कार्रवाई करेगा।
Tags
jabalpur