दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। पुलिस थानों में आने वाले शिकायतकर्ताओं को उचित सम्मान और न्याय दिलाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्वयं शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनें और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। यह निर्देश अपराध समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए, जो पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित हुई।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) आनंद कलादगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (जोन-2) समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) सोनाली दुबे सहित जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी उपस्थित रहे। बैठक में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने निर्देश दिए कि पुलिसकर्मियों को थानों में आने वाले शिकायतकर्ताओं से
अच्छा व्यवहार करना चाहिए। इसके अलावा, थाना प्रभारी को स्वयं उनकी समस्याएं सुननी होंगी और विधि सम्मत त्वरित निर्णय लेते हुए कार्रवाई करनी होगी। यह सुनिश्चित किया जाए कि शिकायतकर्ता को न्याय के लिए भटकना न पड़े और उनकी शिकायतों का समय पर समाधान हो। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने आदेश दिए कि थाना प्रभारी शाम के समय बाजार क्षेत्र में पैदल गश्त करें और बाजार की व्यवस्था बनाए रखें। उन्होंने यह भी कहा कि आम रास्तों पर अवैध अतिक्रमण, जो आवागमन में बाधा बन रहे हैं, उन्हें प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों से समन्वय कर हटवाया जाए। बैठक में शराब की दुकानों और सार्वजनिक स्थलों पर शराबखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीकर हंगामा करने वालों पर सख्त नजर रखी जाए और उन पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए।
गुंडों और चाकूबाजों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने थाना प्रभारियों को आदेश दिया कि ऐसे अपराधियों की पहचान की जाए, जिनके खिलाफ दो या दो से अधिक अपराध दर्ज हैं। इन गुंडों, बदमाशों और चाकूबाजों के खिलाफ 129 बीएनएसएस (110 जाफौ) एवं 126/135 (3) बीएनएसएस (107/116 जाफौ) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए। बैठक में इन अपराधियों के रिकॉर्ड की समीक्षा भी की गई, ताकि भविष्य में अपराधों पर नियंत्रण रखा जा सके।
समाज के हर वर्ग से संवाद स्थापित करें पुलिसकर्मी
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे पैदल गश्त के दौरान समाज के विभिन्न वर्गों से संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करें। इससे न केवल पुलिस जनता के बीच विश्वास मजबूत होगा, बल्कि अपराधों पर नियंत्रण करने में भी सहायता मिलेगी।