दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में नशे का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। खासकर नशीले इंजेक्शनों की तस्करी ने कानून व्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। क्राइम ब्रांच और रांझी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से फैरामाइन मैलाइट और व्यूप्रोनोर्फिन इंजेक्शन के 54 सेट बरामद किए गए हैं। पुलिस नेआरोपियों खिलाफ थाना रांझी में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जबलपुर में बढ़ रहा नशीले इंजेक्शनों का खतरा
शहर में चरस, गांजा, अफीम और स्मैक की तुलना में नशीले इंजेक्शनों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक साल में 20 बड़ी कार्रवाईयों में पुलिस ने दर्जनों तस्करों को गिरफ्तार किया है और लाखों रुपये के नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। हालांकि, इन मामलों में बड़े सप्लायर अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
नशे की लत और दुष्प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार, नशीली दवाओं की लत खतरनाक होती है। इसके कारण व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग, पसीना आना, ठंड लगना और अस्वस्थता जैसे लक्षण दिखते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन हेपेटाइटिस सी, दौरे और मानसिक असंतुलन जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
पुलिस प्रशासन लगातार नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है, लेकिन बढ़ती तस्करी ने कानून-व्यवस्था के लिए नई चुनौती पैदा कर दी है।